Chhattisgarh | मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय टाटीडांड में सनातन समाज के अनुष्ठान में हुए शामिल, प्रदेशवासियों को दी होली की शुभकामनाएँ

Chhattisgarh | Chief Minister Vishnudev Sai participated in the rituals of Sanatan Samaj in Tatidand, wished Holi to the people of the state
रायपुर, 15 मार्च। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय होली के पावन अवसर पर जशपुर जिले के टाटीडांड पहुंचे, जहां उन्होंने सनातन समाज के वार्षिक अनुष्ठान में शामिल होकर भगवान राधा-कृष्ण की पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना करते हुए सभी को होली की शुभकामनाएँ दीं।
सांस्कृतिक परंपराओं को जीवंत रखता है यह अनुष्ठान
मुख्यमंत्री साय अपनी धर्मपत्नी कौशल्या साय के साथ कांसाबेल विकासखंड के ग्राम टाटीडांड पहुंचे। यहां दुर्गा देवी संत समाज द्वारा हर वर्ष फाल्गुन माह में आयोजित अनुष्ठान में उन्होंने भाग लिया। इस दौरान गुरु महाराज स्व. धनपति पंडा के पुत्र सहदेव पंडा विशेष रूप से उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन समाज में समरसता बनाए रखने और परंपराओं को संजोने का महत्वपूर्ण माध्यम है।
होली भाईचारे और प्रेम का प्रतीक – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि होली केवल रंगों का नहीं, बल्कि प्रेम, सौहार्द्र और भाईचारे का पर्व है। उन्होंने टाटीडांड में सनातन समाज के इस आयोजन को सांस्कृतिक धरोहर बताते हुए कहा कि ऐसे धार्मिक अनुष्ठान समाज में आध्यात्मिक ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार करते हैं।
जनकल्याणकारी योजनाओं से प्रदेश में विकास की नई रफ्तार
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि –
– प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 18 लाख परिवारों को आवास उपलब्ध कराया जा रहा है।
– देश में सबसे अधिक समर्थन मूल्य पर धान खरीदी कर किसानों को आर्थिक संबल दिया जा रहा है।
– महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख महिलाओं को हर माह ₹1000 की आर्थिक सहायता दी जा रही है।
महाशिवपुराण कथा के लिए आमंत्रण
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि 21 से 27 मार्च तक कुनकुरी विकासखंड में स्थित मधेश्वर पहाड़ के समीप महाशिवपुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी कथा का वाचन करेंगे। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से इस दिव्य आयोजन में शामिल होने का आग्रह किया।
धर्मपत्नी कौशल्या साय ने भी होली की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन सामाजिक एकता को मजबूत करते हैं और आध्यात्मिकता को बढ़ावा देते हैं।
इस अवसर पर सनातन समाज के श्रद्धालु और स्थानीय ग्रामीणों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही।