इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय को मिला ‘राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार 2023’ (स्वर्ण) पुरस्कार
1 min readIndira Gandhi Agricultural University received the ‘National e-Governance Award 2023’ (Gold) award
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ‘क्रॉप डॉक्टर 2.0 एप’ विकसित करने के लिए मिला पुरस्कार
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने विश्वविद्यालय परिवार को दी बधाई
मोबाइल एपलीकेशन से मिलेगा ‘स्मार्ट खेती’ को बढ़ावा: प्रदेश के 8 लाख किसान जुड़े एप से
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय को किसानों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ‘क्रॉप डॉक्टर 2.0 एप विकसित करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ‘राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार 2023’ ‘स्वर्ण’ से सम्मानित होने पर विश्वविद्यालय के कुलपति और विश्वविद्यालय की टीम को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल और उनकी टीम के सदस्य उपस्थित थे।
एआई आधारित इस एप के माध्यम से 36 प्रकार की फसलों के रोगों की पहचान, हानिकारक कीटों की पहचान करने, मौसम की जानकारी, कृषि यंत्रोें को किराये पर देने और किसानों को ऑनलाइन मार्केटिंग प्लेटफॉर्म की सुविधा आसानी से उपलब्ध होगी। एआई का उपयोग करने से इस एप के माध्यम से किसानों को खेती-किसानी के लिए सटीक जानकारी मिल सकेगी। जिससे प्रदेश में ‘स्मार्ट कृषि’ को बढ़ावा मिल सकेगा। इस एप से प्रदेश के 8 लाख किसान जुड़े हैं और इसका लाभ खेती-किसानी में ले रहे हैं।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय को भारत सरकार के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग द्वारा अकादमिक अनुसंधान द्वारा नागरिक केंद्रित सेवाओं पर उत्कृष्ट शोध के लिए इस सम्मान के लिए चुना गया है। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने इंदौर में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में पुरस्कार स्वरूप स्वर्ण ट्रॉफी, प्रशस्ति पत्र एवं 10 लाख रूपए का चेक प्रदान कर सम्मानित किया।
‘क्रॉप डॉक्टर 2.0 मोबाइल एपलीकेशन इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा एनआईसी रायपुर के सहयोग से विकसित किया गया है। ‘राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार 2023’ ‘स्वर्ण’ पुरस्कार इस एपलीकेशन के माध्यम से कृषि में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रयोग से उन्नत एवं परिवर्तनकारी स्मार्ट खेती को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रदान किया गया।
इस अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के डॉ. आर.आर. सक्सेना, डॉ. एल.एस.वर्मा, अभिजीत कौशिक और कल्पना बंजारे भी उपस्थित थीं।