September 22, 2024

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BREAKING | एनवी रमन्ना बनें भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश, राष्ट्रपति ने नियुक्ति को दी मंजूरी, कौन हैं होने वाले चीफ जस्टिस ?

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डेस्क । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने न्यायमूर्ति एनवी रमन्ना की भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में नियुक्ति पर हस्ताक्षर किए। जस्टिस रमन्ना 48 वें सीजेआई होंगे, उनको 17 फरवरी 2014 को सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त किया गया था। 23 अप्रैल को सीजेआई एसए बोबड़े की सेवानिवृत्ति के बाद वह 24 अप्रैल 2021 को सीजेआई का पदभार संभालेंगे। सीजेआई को नियुक्त करने में सुप्रीम कोर्ट के बाद वरिष्ठता मानदंड के अनुरूप जस्टिस रमन्ना के नाम की सिफारिश सीजेआई एसए बोबडे ने देश के सर्वोच्च न्यायिक कार्यालय को संभालने के लिए की थी।

26 अगस्त, 2022 को सेवानिवृत्त होने से पहले जस्टिस रमन्ना 16 महीने से अधिक समय तक CJI के रूप में लंबे समय तक कार्यकाल में रहेंगे। वास्तव में यह लगभग एक दशक तक भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में सबसे लंबा कार्यकाल होगा। दिवंगत जस्टिस एसएच कपाड़िया मई 2010 से सितंबर 2012 तक लंबे कार्यकाल वाले अंतिम न्यायाधीश थे। अमरावती भूमि घोटाले में न्यायमूर्ति एनवी रमन्ना के बारे में शिकायत के संबंध मे हाल ही में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने सीजेआई बोबडे को लिखा था।।हालांकि रेड्डी द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए एक इन-हाउस प्रक्रिया का पालन करने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया।

कौन हैं होने वाले चीफ जस्टिस रमन्ना?

जस्टिस नाथुलापति वेंकट रमन्ना का आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में 27 अगस्त 1957 को जन्म हुआ। 2 फरवरी 2017 को उन्हें सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में नियुक्ति मिली। उनके कार्यकाल के महज दो साल बचे हैं और वे 26 अगस्त, 2022 में सेवानिवृत्त होने वाले हैं। 10 फरवरी 1983 को उन्होंने अपनी वकालत शुरू की। जस्टिस रमन्ना आंध्र प्रदेश सरकार के एडिशनल एडवोकेट जनरल भी रहे हैं। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले रमन्ना विज्ञान और कानून में स्नातक हैं।

उन्होंने आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट, केंद्रीय प्रशासनिक ट्रिब्यूनल और सुप्रीम कोर्ट में कानून की प्रैक्टिस की है। राज्य सरकारों की एजेंसियों के लिए वो पैनल काउंसिल पर भी काम कर चुके हैं। 27 जून 2000 को वे आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में स्थायी जज के तौर पर नियुक्त हुए। साल 2013 में 13 मार्च से लेकर 20 मई तक वो आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस रहे।

सुप्रीम कोर्ट में चार न्यायाधीशों की कमी 

सुप्रीम कोर्ट में चार न्यायाधीशों की कमी है, सीजेआई बोबडे रिटायर होने वाले हैं, जबकि न्यायमूर्ति इंदु मल्होत्रा ​रिटायर हो चुकी हैं। इसके अलावा जस्टिस अशोक भूषण, रोहिंटन नरीमन और नवीन सिन्हा भी इसी साल रिटायर हो जाएंगे।

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