Cg Assembly Clash | Assembly proceedings stalled on the last day
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के आखिरी दिन की कार्यवाही की शुरुआत नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर जबरदस्त हंगामे के साथ हुई। सदन शुरू होते ही कांग्रेस विधायकों ने “सत्यमेव जयते” लिखी तख्तियां लेकर नारेबाजी शुरू कर दी।
स्पीकर ने तख्तियों के साथ सदन में बैठने की अनुमति नहीं दी, जिसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गए। नेता प्रतिपक्ष भूपेश बघेल ने जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सरकार को घेरा, वहीं मंत्री अजय चंद्राकर ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया।
विपक्ष की ओर से जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग को लेकर स्थगन प्रस्ताव लाया गया, लेकिन आसंदी ने इसे अस्वीकार कर दिया। इसके बाद सदन में माहौल और गरमा गया। विपक्ष ने सत्यमेव जयते, जबकि सत्ता पक्ष ने वंदे मातरम के नारे लगाए।
प्रश्नकाल बाधित होने पर स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने विपक्ष के अमर्यादित व्यवहार पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि लोकहित से जुड़े मुद्दों पर सदन की कार्यवाही रोकना निंदनीय है और भविष्य में ऐसा न दोहराने की चेतावनी दी।
तीसरे दिन पेश हुआ 35 हजार करोड़ का सप्लीमेंट्री बजट
शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने सदन में 35,000 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट पेश किया। इसे छत्तीसगढ़ के इतिहास का सबसे बड़ा सप्लीमेंट्री बजट बताया गया।
ओपी चौधरी ने कहा कि यह बजट प्रदेश के विकास को गति देगा, जबकि कांग्रेस विधायक राघवेंद्र सिंह ने सरकार पर कर्ज बढ़ाने और बिना विजन के बजट लाने का आरोप लगाया।
राघवेंद्र सिंह ने कहा कि महतारी वंदन योजना में महिलाओं को 1000 रुपए दिए जा रहे हैं, लेकिन बिजली बिल के नाम पर उससे ज्यादा वसूली हो रही है। सरकार का फोकस काम से ज्यादा इवेंट मैनेजमेंट पर है।
उन्होंने भर्ती, नियमितीकरण, किसानों को भुगतान और बुनियादी विकास कार्यों को लेकर सरकार की नीयत पर भी सवाल उठाए।
