Chhattisgarh | दुर्ग में फर्जी दस्तावेजों के सहारे रह रहे बांग्लादेशी दंपत्ति गिरफ्तार, एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई

Chhattisgarh | Bangladeshi couple living in Durg with fake documents arrested, major action by STF
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी दस्तावेजों के सहारे अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी दंपत्ति को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों की पहचान शाहीदा खातून (उर्फ ज्योति रासेल शेख) और मोहम्मद रासेल शेख के रूप में हुई है, जो वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी भारत में रह रहे थे।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि सुपेला कांट्रेक्टर कॉलोनी के एक मकान में संदिग्ध बांग्लादेशी दंपत्ति फर्जी नाम और दस्तावेजों के सहारे रह रहे हैं। सूचना की तस्दीक के बाद एसपी विजय अग्रवाल के निर्देश पर एसटीएफ टीम ने छापा मारकर दोनों को हिरासत में लिया।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि महिला का असली नाम शाहीदा खातून है, जो बांग्लादेश के जेस्सोर जिले की निवासी है। वह 2009 में अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई थी और बाद में मुंबई में मजदूरी करते समय रासेल से मिली, जो स्वयं भी बांग्लादेशी नागरिक है। दोनों ने बांग्लादेश वापस जाकर शादी की और फिर 2017 में पासपोर्ट एवं वीजा के माध्यम से भारत लौटे।
हालांकि, उनका वीजा क्रमशः 2018 और 2020 में समाप्त हो गया, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने भारत में रहना जारी रखा। दोनों ने मुंबई और बाद में भिलाई में रहते हुए फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी और बैंक खाते बनवाए।
दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 की धाराओं 318(4), 319(2), 336(3), विदेशी नागरिक अधिनियम 1946 की धारा 14, पासपोर्ट अधिनियम 1967 की धारा 12, और पासपोर्ट (भारत में प्रवेश) अधिनियम 1920 की धारा 3 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। दोनों को 16 मई को विधिवत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
टीम की सराहनीय भूमिका –
एसटीएफ प्रभारी नगर पुलिस अधीक्षक सत्य प्रकाश तिवारी, निरीक्षक राजेश मिश्रा, निरीक्षक विजय यादव, सुपेला थाना प्रभारी, एसटीएफ के उप निरीक्षक रमेश सिन्हा, पंकज चतुर्वेदी और संतोष गुप्ता की कार्रवाई में अहम भूमिका रही।