Cg Breaking | DGP अशोक जुनेजा को 6 माह का एक्सटेंशन
1 min readरायपुर : छत्तीसगढ़ के डीजीपी अशोक जुनेजा को छह माह का एक्सटेंशन दे दिया गया है। वे अब फ़रवरी 2025 तक पद पर बने रहेंगे।DGP अशोक जुनेजा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रस्ताव पर अपॉइंटमेंट कमिटी ऑफ़ कैबिनेट ने छह माह के एक्सटेंशन पर मुहरलगाई है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी जुनेजा चार अगस्त को सेवानिवृत्त होने वाले थे, लेकिन उससे पहले राज्यसरकार ने उनके सेवा कार्यकाल को छह महीने बढ़ाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था।
इस वजह से बढ़ाया गया कार्यकाल
अशोक जुनेजा के रिटायर होने के बाद उनकी सेवा वृद्धि किए जाने के पीछे कई वजह गिनाई जा रही है। राज्य में भाजपा सरकार केकाबिज होने के बाद से नक्सल मोर्चे पर मिल रही सफलता एक बड़ी वजह है। बीते छह महीने में करीब डेढ़ सौ नक्सली मारे जा चुके हैं।बड़ी तादाद में नक्सलियों ने सरेंडर किया है। अर्धसैनिक बलों के साथ राज्य पुलिस के बीच समन्वय का असर है कि नक्सल मोर्चे परपहली बार बड़ी सफलता मिल रही है। कहते हैं कि जुनेजा को एक्सटेंशन दिए जाने के पीछे इस विषय को ही आधार बनाया जा रहा है।साय सरकार नक्सलवाद के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए है। कहते हैं कि डीजीपी बदलने से समन्वय में किसी तरह की संभावितअनदेखी पर सरकार कोई रिस्क उठाना नहीं चाहती थी।
1989 बैच के आईपीएस है अशोक जुनेजा
बता दें कि 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी अशोक जुनेजा सरल, सहज और गंभीरता से अपने काम के लिए पहचाने जाते हैं। सेंट्रलडेपुटेशन पर भी काम करने का अच्छा खासा तर्जुबा उनके हिस्से है। जुनेजा रमन सरकार में इंटेलिजेंस चीफ के रूप में भी काम संभालचुके हैं। बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर में एसपी के रूप में जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। गृह सचिव के रूप में भी उन्होंने कार्यभार संभाला है।ट्रांसपोर्ट कमिश्नर, खेल संचालक की हैसियत से भी जुनेजा काम कर चुके हैं। पुलिस मुख्यालय में रहते हुए उन्होंने सशस्त्र बल, एडमिनिस्ट्रेशन, ट्रेनिंग जैसी जिम्मेदारी निभाई है। सेंट्रल डेपुटेशन के दौरान जुनेजा नारकोटिक्स में काम कर चुके हैं। साथ ही कॉमनवेल्थगेम्स के दौरान उन्होंने सुरक्षा प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली है।