कृषि कर्मण पुरस्कार और गुड गवनैंन्स पुरस्कार मिलना छत्तीसगढ़ का गौरव : त्रिवेदी
1 min readभूपेश बघेल सरकार गढ़ रही है नितनये विकास के कीर्तिमान
छत्तीसगढ़ की संस्कृति और स्वाभिमान से देश में कांग्रेस सरकार ने बनाई पहचान कांग्रेस सरकार ने किसानों का मान सम्मान बढ़ाया
कर्जमाफी और 2500 रू. धान के दाम से समृद्ध और सशक्त बनता किसान
रायपुर /26 दिसंबर 2019। छत्तीसगढ़ सरकार को कृषि कर्मण पुरस्कार और गुड गवनैंन्स मिलने पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि कृषि कर्मण पुरस्कार और गुड गवनैंन्स पुरस्कार मिलना छत्तीसगढ़ का गौरव है। भूपेश बघेल सरकार नितनये विकास के कीर्तिमान गढ़ रही है। कांग्रेस की विकास की अवधारणा में सिर्फ़ सड़कें और इमारतें नहीं हैं। कांग्रेस लोगों का विकास कर रही हैं। कांग्रेस सरकार के द्वारा खासकर आदिवासी इलाको में विकास कार्य किये गये है। भूपेश बघेल सरकार द्वारा की गयी सकारात्मक पहल और विकास कार्यो के परिणामस्वरूप आम लोगों में लोकतंत्र और संसदीय प्रणाली में विश्वास और मजबूत हुआ है।
दोनों पुरस्कारों के भूपेश बघेल सरकार को बधाई देते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि कांग्रेस सरकार की विकास की सोच में कमीशनखोरी नहीं मानवीयता है, शिक्षा है, चिकित्सा का इंतजाम है और रोजगार का इंतजाम है। भूपेश बघेल की सरकार के कार्यों से आदिवासियों के मन में नई उम्मीद जागी है। हमें विश्वास है कि छत्तीसगढ़वासियों को रमन सरकार के निरंतर षडयंत्रों लाठी, गोली, अत्याचार और अनाचार से राहत मिली है और मिलेगी।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि इतिहास गवाह है कि पिछली सरकार के 15 वर्षों के कार्यकाल में बस्तर के आदिवासियों की बहुत दुर्दशा हुई वे बेवजह जेलों में भी ठूंस दिए गए। लोग तो नक्सली समस्या हल करने का दावा करते रहे और नतीजा यह हुआ कि तीन ब्लॉकों तक प्रभाव रखने वाले नक्सली राज्य के 14 ज़िलों तक फैल गए। आदिवासियों को क़दम क़दम पर प्रताड़ना का शिकार होना पड़ा, रोज़गार मिला नहीं और वे पलायन को मजबूर हुए। वनाधिकार क़ानून यूपीए ने बनाया था लेकिन राज्य की सरकार ने साढ़े चार लाख से अधिक वनाधिकार के आवेदन रद्द कर दिए गए। आदिवासियों की ज़मीन लेकर लैंड बैंक में रख लिया।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि कांग्रेस की सरकार ने पूरे छत्तीसगढ़ में और खासकर आदिवासी इलाकों में आदिवासियों के विकास के लिए कई ठोस क़दम उठाए हैं। कांग्रेस सरकार ने लोहांडीगुड़ा में 1700 एकड़ से अधिक ज़मीन आदिवासियों को वापस लौटा दी. कार्रवाई पूरी कर उन्हें कागज़ात भी सौंप दिए गए हैं। आदिवासियों पर दर्ज मुक़दमों की निष्पक्ष जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त जज के नेतृत्व में एक समिति का गठन कर दिया है. यह समिति निर्णय करेगी कि किन मामलों में रिहाई के लिए अदालत में आवेदन लगाए जाने हैं। हमें विश्वास है कि बहुत से निर्दोष आदिवासी जेल से रिहा हो सकेंगे। कांग्रेस सरकार ने वनाधिकार के सारे प्रकरणों पर पुनर्विचार का फ़ैसला किया है और हम चाहते हैं कि सभी वाजिब हक़दारों को वनाधिकार मिले। बस्तर विकास प्राधिकरण को पुनर्जीवित किया है और एक आदिवासी राजनेता को इसकी कमान सौंपी है। नई सरकार चाहती हैं कि आदिवासियों के मुद्दे मसलों पर आदिवासी ही फ़ैसला लें। हमने प्रतिबोरा तेंदूपत्ता के लिए भुगतान 2500 रुपए से बढ़ाकर 4000 रुपए कर दिया है. हमने कहा था कि कमीशनखोरी के लिए जूता चप्पल बांटने की जगह हम तेंदूपत्ता संग्राहकों को नकद पैसा देने के पक्ष में हैं. और हमने सरकार बनते ही यह कर दिया है। भूपेश सरकार ने सरकार बनने के बाद सात की जगह 15 वनोपजों को समर्थन मूल्य पर ख़रीदने का फ़ैसला किया है। आदिवासियों के रोज़गार को लेकर कांग्रेस सरकार की चिंता कागज़ी नहीं है. हमने हर ब्लॉक में एक फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने का फ़ैसला किया है। कोंडागांव में मक्का प्रोसेसिंग के लिए फूडपार्क लगाने का फ़ैसला किया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जी ने इसका शिलान्यास भी कर दिया है। आने वाले दिनों में हम पूरे छत्तीसगढ़ के साथ-साथ आदिवासियों के लिए वो सारी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाएंगे जिसके लिए वे बरसों से भाजपा सरकार में तरसते रहे।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति और स्वाभिमान से देश में कांग्रेस सरकार ने राज्य की अलग पहचान बनाई है। छत्तीसगढ़ की अस्मिता बोली भाषा तीज ज्यौहार में सरकार की सहभागीता नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी जैसी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी योजना के क्रियान्वयन से एवं काम काज से प्रदेश के रहवासी बेहद प्रसन्न है। किसानों को धान का उचित मूल्य मिलने से किसान सुखी और समृद्ध हो रहे है। इसका जीता जागता प्रमाण है कि 1 वर्ष में किसी भी किसान की आत्महत्या करने की आवश्यकता महसूस नही हुई। कृषि कर्मण पुरस्कार मिलने से सरकार की कार्यप्रणाली पर एक बड़ी मुहर लगी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर किसानों ने 2019 के चुनाव के पूर्व भी भरोसा किया और अपना धान की कीमत मिल गई यहीं भरोसा किसानों ने इस वर्ष भी किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के बाद सभी किसानों ने अपना-अपना धान बेचा सभी को विश्वास है कि घोषणा के अनुरूप उन्हें 2500 रू. प्राप्त हो जायेंगे। मजदूर किसानों के हितो की रक्षा करने से छत्तीसगढ़ कृर्षि कर्मण पुरस्कार के हकदार बना है। छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार कांग्रेस सरकार ने किसानों का मान सम्मान बढ़ाया। कर्जमाफी और 2500 रू. धान के दाम से समृद्ध और सशक्त किसान बना है। देश का व्यापार मंदी शिकार है, लेकिन छत्तीसगढ़ का व्यापार उद्योग समृद्ध और धनवान बना है।