राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज मनाएगा गुरु पूर्णिमा, जैन मंदिर के सभा कक्ष में होगा कार्यक्रम
1 min readनीरज उपाध्याय/केशकाल :- श्रद्धा एवं समर्पण का विशेष पर्व गुरु पूर्णिमा केशकाल नगर में आज बुधवार 13 जुलाई को मनाया जाएगा, केशकाल नगर में गुरु पूर्णिमा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैन मंदिर के सभा कक्ष में संध्या 7:30 बजे मनाएगा इसके कार्यक्रम के मुख्य वक्ता यज्ञ सिंह विभाग प्रचारक (मध्य बस्तर )
आरएएस द्वारा गुरु पूजन के माध्यम से पुराने स्वयंसेवकों को जोड़ने की तैयारी की जा रही है।
संघ का मानना है कि स्वयंसेवक बनने की प्रक्रिया सतत जारी रहती है और जो लोग कभी शाखा पर गए और किसी कारण से जाना बंद कर दिया, वैसे सभी लोगों को गुरु पूजन के लिए आमंत्रित किया जाए। इस तरह पुराने स्वयंसेवकों को जोड़ने की तैयारी की जा रही है। पूजन के समय सभी स्वयंसेवक भगवा ध्वज की पूजा करने के साथ अपनी सामर्थ्य व इच्छा के अनुसार राशि समर्पित करते हैं। उसी राशि से संगठन का वर्ष भर का खर्च चलता है। चाहे संघ के सभी प्रचारकों के प्रवास में आने वाला व्यय हो या संघ कार्यालय व बैठकों में आने वाला खर्च।
गुरु पूर्णिमा के दिन ही अधिक से अधिक स्वयंसेवकों से पूजन कराने की तैयारी-
संघ ने इस बार गुरु पूर्णिमा के दिन ही अधिक से अधिक स्वयंसेवकों से पूजन कराने की तैयारी की है। प्रयास है कि जो जिस इलाके में रहते हैं वहीं की शाखा पर जाकर पूजन व राशि समर्पण करें। किन्हीं कारण से उस दिन जो स्वयंसेवक उत्सव में शामिल नहीं हो सकें, उनके लिए बाद में पूजन की व्यवस्था की जाएगी। कोरोना के कारण पिछले वर्ष गुरु पूजन उत्सव एक माह से ज्यादा समय तक चला था। इस वर्ष पूरे देश में 15 से 20 दिनों में इसे समाप्त कर लेने की तैयारी है। छत्तीसगढ़ में में यह उत्सव 13 से 31 जुलाई तक मनाया जाएगा।
संघ के शताब्दी वर्ष को देखते हुए इस बार पूजन व समर्पण का विशेष महत्व-
संघ ने अपने शताब्दी वर्ष को देखते हुए 2024 तक देश के सभी मंडल व बस्ती तक शाखा शुरू करने की योजना बनाई है। इसके लिए सभी खंड व नगरों में विस्तारक भेजने की तैयारी चल रही है। इसके लिए स्वयंसेवक दो वर्ष के लिए समय देने को आगे आ रहे हैं। विस्तारक बढ़ने पर संघ का खर्च भी बढ़ेगा। इसलिए इस बार पूजन व समर्पण का विशेष महत्व है। इसके लिए संघ के दायित्वधारी स्वयंसेवक व पदाधिकारी स्वयंसेवकों से विशेष रूप से संपर्क कर रहे हैं। प्रयास है कि कोई भी स्वयंसेवक छूटे नहीं।