Dantewada Breaking | झीरम कांड मास्टरमाइंड विनोद की कोरोना से मौत, एनआईए और राज्य सरकार ने रखा था लाखों का ईनाम
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दंतेवाड़ा। झीरम कांड व विधायक भीमा मंडावी की हत्या का मास्टरमाइंड विनोद की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है। विनोद दक्षिण बस्तर डिविजनल कमेटी का मेम्बर था। उस पर राज्य सरकार ने 10 लाख रूपये का ईनाम रखा था, जबकि 5 लाख रूपये का ईनाम एनआईए ने भी रखा था।
छत्तीसगढ़ पुलिस की पुख्ता जानकारी के अनुसार, कोरोना की दूसरी लहर में नक्सल संगठन के 12 बड़े लीडर्स की मौत हुई थी, जो लीडर्स मारे गए है। उनमें नक्सलियों का सेंट्रल कमेटी मेंबर और ऑर्गनाइजेशन प्रमुख हरिभूषण, स्टेट कमेटी मेंबर और टेलीकम्युनिकेशन प्रमुख सोबराय, सप्लाई चेन प्रमुख मोहन वेट्टी, टेक्निकल टीम प्रभारी आयतु, महिला विंग की प्रभारी भरत अक्का सहित 12 नामों का खुलासा हुआ है।
वहीं नक्सली हमलों का मास्टरमाइंड खूंखार लीडर हिड़मा, सेंट्रल कमेटी मेंबर और नक्सलियों की सेंट्रल मिलिट्री कमीशन का चीफ सोनू उर्फ भूपति, टेक्निकल टीम का हेड नंदू, महिला विंग प्रमुख सुजाता, स्टेट कमेटी के मेंबर विनोद, जयमान, सागर, रमेश, देवेश ये सब मरने की कगार पर दंडकारण्य के जंगल मे पड़े हुए है।
इन लीडर्स की मौत और गंभीर बीमारी के चलते माओवादियों की रणनीति बनानेवाली ऑर्गनाइजेशनल टीम, 5 राज्यो में फैले माओवादियों के बीच कम्युनिकेशन करवानेवाली कम्युनिकेशन टीम, नक्सलियों के लिए हथियार बनानेवाली टेक्निकल टीम, नक्सल संगठन के लिए लेवि वसूल कारनेवाली आर्थिक टीम,माओवादियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें लाल आतंकवादियों में तब्दील करनेवाली प्रशिक्षण टीम, सुरक्षाबलों पर हमला करनेवाली नक्सलियों की खूंखार बटालियन नंबर 1 और महिला विंग पूरी तरह से टूट चुकी है। 5 राज्यों के 13 जिलो में लाल आतंक फैलानेवाला नक्सली संगठन अब कोरोना के चलते बहोत बुरे दौर से गुजर रहा है और उसके दिशाहीन होकर संगठन के कुछ सालों में खत्म होने के कगार पर आ गए है।