Chhattisgarh | धान खरीदी पर बघेल का हमला

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Chhattisgarh | Baghel attacks paddy procurement

रायपुर, 12 नवंबर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकार पर धान खरीदी की तैयारियों में गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 15 नवंबर से खरीदी शुरू करने की घोषणा तो कर दी है, लेकिन पोर्टल, टोकन वितरण और प्रशासनिक व्यवस्थाएं अब तक पूरी नहीं हैं।

बघेल ने कहा, “धान खरीदी से जुड़े कर्मचारी हड़ताल पर हैं। ऐसे में खरीदी का 15 नवंबर से शुरू होना लगभग असंभव है।” उन्होंने आरोप लगाया कि किसान पहले से ही डीएपी खाद की कमी और अन्य समस्याओं से जूझ रहे हैं, ऐसे में सरकार की लापरवाही से उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार धान खरीदी का लक्ष्य घटा दिया गया है, साथ ही कृषि भूमि के रकबे में भी कमी की गई है। उन्होंने कहा कि उनके शासन में किसानों को खरीदी के तीन दिनों के भीतर भुगतान और मार्च तक लिफ्टिंग पूरी कर ली जाती थी, जबकि वर्तमान सरकार इस दिशा में पूरी तरह विफल है।

उन्होंने आगे आरोप लगाया कि सरकार सहकारी समितियों को कमजोर करने की साजिश रच रही है। “पिछले साल खरीदा गया धान अब तक कई जगहों पर नहीं उठाया गया है, अधिकारी मिलरों पर दबाव बना रहे हैं कि वे खराब धान उठाएं,” बघेल ने कहा।

उन्होंने समितियों के कर्मचारियों की हड़ताल का समर्थन करते हुए कहा कि “जब सरकार खुद गंभीर नहीं है, तो कर्मचारी कैसे काम करेंगे?”

दिल्ली धमाके पर केंद्र पर निशाना

दिल्ली में हुए धमाकों को लेकर बघेल ने कहा कि यह केंद्र की खुफिया तंत्र की विफलता है। उन्होंने कहा, “यह देश का सबसे कमजोर गृह मंत्री है। इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक देश में कैसे आए, इसका जवाब अब तक नहीं मिला।”

बघेल ने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियां विपक्षी नेताओं की जासूसी में व्यस्त हैं, जिससे खुफिया नेटवर्क कमजोर हो गया है।

छत्तीसगढ़ सरकार पर भी साधा निशाना

बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में लगातार घटनाएं हो रही हैं, लेकिन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार जनता की बात सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि “जहां नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं, वहीं भूमाफिया बस्तर के जंगलों में जमीनें खरीद रहे हैं।”

 

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