November 6, 2024

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Cg Big News | अस्पताल के सभी वार्डों में बच्चों का बेड फुल, बच्चों में सर्दी, खांसी और बुखार जैसे लक्षण, इस जिले में जल्द पहुंचेगा जांच दल

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कोरिया। कोरिया, उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में बड़ी संख्या में बच्चों के बीमार होने की सूचना है। इन बच्चों में सर्दी, खांसी और बुखार जैसे लक्षण हैं। लेकिन उनका कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया है। इस सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के निर्देश पर आज विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम बेकंठपुर भेजी जा रही है।

बताया जा रहा है कि वायरल फीवर कोरिया जिले में फैल गया है। इस वजह से बच्चों में बड़ी संख्या में बीमार लोग देखे जा रहे हैं। पिछले 14-15 दिनों में ऐसे लक्षण वाले 250 बच्चे जिला अस्पताल में इलाज के लिए आए हैं। वर्तमान में बेकंठपुर जिला अस्पताल के बाल वार्ड में सभी 50 बेड फुल हैं।

हालत यह है कि बच्चों को बेड के साथ बरामदे में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में भर्ती 20 बच्चों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। इनमें नवजात से लेकर सात साल तक के बच्चे शामिल हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इसी तरह के लक्षणों वाले तीन बच्चों की कुछ ही दिनों में मौत हो गई है।

हालांकि कोरिया के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रमेश शर्मा का कहना है कि इस मौसम में यहां वायरल बुखार आम है। तीन बच्चों की मौत के और भी कारण बताए जा रहे हैं। महामारी नियंत्रण के निदेशक डॉ. सुभाष मिश्रा ने कहा कि दो बाल रोग विशेषज्ञ वहां बच्चों का इलाज कर रहे थे। स्थिति नियंत्रण में है लेकिन निगरानी की जा रही है।

स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों से की बात –

बेकंठपुर के हालात की जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला और निदेशक नीरज बंसूद से चर्चा की। उन्होंने रोग की पहचान, जांच और मूल्यांकन के लिए विशेषज्ञों को तत्काल बेकंठपुर भेजने के निर्देश दिए। यूपी में एक संदिग्ध बुखार फैल रहा है, सिंह देव ने कहा। यह सीमावर्ती जिला है, वहां बड़ी संख्या में इस तरह के मामले देखना परेशान करने वाला है। एक्सपर्ट टीम की रिपोर्ट के बाद स्थिति साफ हो सकेगी।

कोरोना वायरस भी आम फ्लू जैसा ही होने की संभावना –

कई डॉक्टरों का कहना है कि बिना टेस्टिंग के यह पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता, लेकिन संभावना है कि कोरोना वायरस खुद आम फ्लू की तरह हो गया हो।

हालांकि सामान्य, यह कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली और नवजात शिशुओं में निमोनिया का कारण बन सकता है। ऐसे में यह जानलेवा हो सकता है। फ्लू शुरू में एक महामारी थी, डॉक्टरों ने कहा, लेकिन आज यह स्थानीय है। राज्य महामारी नियंत्रण के निदेशक डॉ सुभाष मिश्रा ने कहा कि अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज की एक टीम जांच करेगी।

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