National Water Award | जनभागीदारी से बना ‘जल संरक्षण’ का आदर्श मॉडल

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National Water Award | An ideal model of water conservation created through public participation

रायपुर, 13 नवंबर 2025। छत्तीसगढ़ का संस्कारधानी राजनांदगांव एक बार फिर पूरे देश में अपनी पहचान बना रहा है। जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा घोषित 6वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2024 में राजनांदगांव जिले को ईस्ट जोन के बेस्ट डिस्ट्रिक्ट के रूप में चुना गया है। यह सम्मान राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु द्वारा 18 नवंबर 2025 को प्रदान किया जाएगा।

यह उपलब्धि जल संरक्षण, संवर्धन और जनभागीदारी पर आधारित सतत प्रयासों का परिणाम है। सेन्ट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड, सेन्ट्रल वाटर कमिशन सहित विभिन्न निरीक्षण टीमों द्वारा मूल्यांकन के बाद राजनांदगांव को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुना गया।

जल संरक्षण की दिशा में सफल सामुदायिक पहल

राजनांदगांव में ‘मिशन जल रक्षा’ को शासन-प्रशासन, जनप्रतिनिधियों, महिला स्व-सहायता समूहों, उद्योगपतियों और नागरिकों के सहयोग से जनआंदोलन का रूप दिया गया। ग्रामीणों और किसानों ने फसल चक्र परिवर्तन, वर्षा जल संचयन और भू-जल पुनर्भरण के माध्यम से जल स्तर सुधार में योगदान दिया।

महिला समूहों की भूमिका भी उल्लेखनीय रही। पद्मश्री फूलबासन बाई यादव के नेतृत्व में ‘नीर और नारी जल यात्रा’ जैसे अभियानों से गांव-गांव में जनजागरूकता बढ़ी। स्कूलों और कॉलेजों के विद्यार्थियों ने रैलियों, पौधारोपण और प्रतियोगिताओं से इस अभियान को और मजबूत किया।

मिशन जल रक्षा बना राष्ट्रीय मॉडल

जिले में जीआईएस आधारित तकनीकी योजनाओं, बोरवेल रिचार्ज, परकोलेशन टैंक, फार्म पॉन्ड और तालाबों के पुनर्जीवन जैसे प्रयासों ने सतत विकास की दिशा में नई मिसाल कायम की है। अब यह मॉडल देशभर में जल संरक्षण के आदर्श उदाहरण के रूप में उभर रहा है।

साझा प्रयासों से मिली राष्ट्रीय पहचान

यह सम्मान केवल प्रशासनिक उपलब्धि नहीं, बल्कि जनता, पंचायतों, जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संस्थाओं के सामूहिक समर्पण का परिणाम है। राजनांदगांव की यह उपलब्धि पूरे देश को यह संदेश देती है कि “जब समाज एकजुट हो, तो जल बचाना सिर्फ लक्ष्य नहीं, जीवन का संकल्प बन जाता है।”

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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