Chhattisgarh | अप्रवासी भारतीय देंगे राज्य की प्रगति में योगदान
1 min readNRIs will contribute to the progress of the state
रायपुर। विदेशों में निवासरत छत्तीसगढ़ के अप्रवासी भारतीयों को एक सूत्र में जोड़ने और छत्तीसगढ़ की कला एवं साहित्य को संजोये रखने तथा प्रचार-प्रसार करने के लिए गठित एन.आर.आई. सेल की पहली बैठक सम्पन्न हुई। गृह विभाग के प्रमुख सचिव मनोज पिंगवा की अध्यक्षता में हुई एन.आर. आई. सेल की इस बैठक में विदेशों में रह रहे ऐसे अप्रवासी भारतीयों के साथ जीवंत संबंध बनाये रखने एवं राज्य की प्रगति के लिए आवश्यक सुझाव लेने एवं सूचना प्राप्त करने के संबंध में विचार-विमर्श किया गया। बैठक मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित की गई थी।
बैठक में छत्तीसगढ़ के अप्रवासी भारतीयों का डेटा तैयार करने तथा छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति में रूचि रखने वाले ऐसे अप्रवासी भारतीयों को छत्तीसगढ़ राज्य में गठित एन.आर.आई. सेल में समन्वयक नियुक्त करने के संबंध में विचार-विमर्श किया गया। बैठक में अप्रवासी भारतीय के हितों के अनुरूप सभी गतिविधियां को प्रोत्साहित करने के लिए छत्तीसगढ़ साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ाने और विकसित करने के लिए देश से बाहर निवास करने वाले अप्रवासी भारतीयों को संयोजन और निवेश के अवसर प्रदान करने के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई।
अप्रवासी भारतीयों को राज्य में शैक्षिक क्षेत्र के विकास कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने और राज्य में सामाजिक-आर्थिक क्षेत्र के विकास कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कार्ययोजना बनाने के संबंध शिक्षा एवं संस्कृति विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा गया है। बैठक में अप्रवासी भारतीयों के संगठनों की गणना तथा उनके संगठनों का एक नेटवर्क बनाने के संबंध में भी विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में अप्रवासी भारतीय से विदेश की तकनीक और शैक्षिक संस्थाओं में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण एवं अनुसंधान और निवेश को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक सुझाव लेने और छत्तीसगढ़ राज्य में एन.आर.आई. सेल की जरूरत के मुताबिक जोड़ने, समाधान हेतु वन स्टाप शॉप के रूप में कार्य करने के संबंध में सदस्यों ने अपने-अपने सुझाव दिए।
बैठक में संस्कृति विभाग के सचिव पी.अन्बलगन, गृह विभाग के सचिव अरूण देव गौतम, शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस.भारतीदासन, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव डी.डी. सिंह सहित गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।