नशें में Chhattisgarh | हर्षवर्धन व लखप्रीत ऐसे लगाते थे युवाओं में Drugs की लत, घर से गहने तक लानें को कर देते थे मजबूर
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रायपुर | समाजसेवी का बेटा हर्षवर्धन शर्मा युवााओं को नशे का आदी बनाने के लिए दस फीसदी ब्याज पर पैसा दिया करता था। उसने दुर्ग, भिलाई और रायपुर के बड़े होटलों, क्लबों और पबों में बकायदा पार्टी भी दी थी ताकि वहां कोकीन परोसी जा सके। उसकी गर्लफ्रेंड लखप्रीत पार्टियों में ऐसे लोगों का चुनाव करती थी, जो नशे के आदी बन सकें और नए हों। पहली बार उन्हें कोकीन फ्री में दी जाती थी और फिर उन्हें नशे की लत लगायी जाती थी।
जब युवक नशे का सामान खरीदने के पैसे नहीं जुटा पाते थे तो हर्षवर्धन से लखप्रीत ब्याज में पैसे दिलवाती थी। यदि वह ब्याज नहीं देते तो उने घर के जेवर या कीमती चीजें मंगायी जाती थी। उन्होंने ऐसा जाल बनाकर रखा था कि युवा उनके कब्जे से छूट ही नहीं पाते थे।
आपको बता दें कि पुलिस ने नशे के 18 सौदागरों को गिरफ्तारी कर लिया है। वहीं दो फरार ड्रग पैडलरों की तलाश की जा रही है। जिनकी गिरफ्तारी के बाद कई और नाम सामने आ सकते हैं। दो साल पहले नाइजीरियन गिरोह से ड्रग खरीदकर यहां लाया जाता था। नागपुर का एक ड्रग पैडलर पांच बार कोकीन की सप्लाई कर चुका है। पुलिस को लखप्रीत के फेसबुक फ्रेंड सूची में कई चर्चित राजनेता और व्यक्तियों के नाम मिले हैं। पुलिस उन दोनों के मोबाइल से भी काल डिटेल निकाल रही है, ताकि उनसे जुड़े लोग सामने आ सकें।
आश्चर्य की बात यह है कि हर्षवर्धन की मां नशा मुक्ति केन्द्र चलाती है और उनका बेटा नशे का सौदा करता है। पुलिस को इस बात का भी शक था कि केन्द्र की आड़ में कहीं नशे का व्यापार तो नहीं किया जाता, हालांकि पुलिस को इस मामले में अभी तक कोई सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस ने 200 से अधिक ऐसे लोगों को शार्ट लिस्ट किया है, जो कोकीन लेने के आदी हैं। ये सभी बड़े घरों के युवक, युवतियों के अलावा उनके दोस्त, परिचित, रिश्तेदार हैं।