September 21, 2024

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Raipur Crime | ऑनलाइन साइट्स से खरीदता था नए-नए व प्रतिबंधित धारदार हथियार, राजधानी पुलिस ने दबोचा

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रायपुर | ऑनलाइन साइट्स से वो खरीदता था नए-नए किस्म के चाकू और दूसरे प्रतिबंधित धारदार हथियार। ऑनलाइन साइट्स से खरीदी चाकुओं को वह दोगुनी कीमत लेकर चाकूबाजों को बेंचता था। ऑनलाइन साइट्स की आड़ में चल रहे खिलवाड़ के मास्टरमाइंड मोनेस सिन्हा को गुढियारी थाने की पुलिस ने धर दबोचा। पुलिस से हुई पूछताछ में उसने अपना गुनाह कुबूल कर लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से करउली, बटनदार चाकू, गुप्ती के अलावा और भी कई धारदार हथियार जब्त किया है।

क्या है पूरा मामला

राजधानी में लगातार बढ़ रही चाकूबाजी की घटनाओं ने पुलिस अफसरों की नींद उड़ा रखी थी। यहां पिछले 30 दिनों में हत्या 9 हत्याएं सहित 53 वारदातें हुईं हैं। इन सभी वारदातों में चाकुओं का ही इस्तेमाल किया गया है। पुलिस ने ज्यादातर मामलों में आरोपियों को पकड़ लिया है। मरने वाले भी आरोपियों के परिचित या दोस्त ही हैं। छोटे-छोटे विवाद में आवेश में आकर युवकों ने चाकूबाजी की है। अंबेडकर अस्पताल के ट्रामा सेंटर में रोजाना 5-6 केस चाकू से घायल वाले पहुंच रहे हैं।

गुढ़ियारी थाने की पुलिस के हत्थे चढा आरोपी

गुढ़ियारी थाने की पुलिस ने शनिवार को झंडा चैक निवासी मोनेस सिन्हा 20 वर्ष को गिरफ्तार किया। इन की माॅनिटरिंग लगातार साइबर सेल से की जा रही थी। मोनेस सिन्हा ई-काॅमर्स कंपनियों से नए- नए किस्म के धारदार हथियार खरीदता था। उनको चाकूबाजों और अपराधिक किस्म के युवाओं को दोगुनी कीमत में बेंचता था।

फायदा के चक्कर में बिगड़ा कायदा

मोनेस सिन्हा ने माना कि फायदे के चक्कर में वह कायदे -कानून के चक्कर में फंस गया। वह ऑनलाइन साइट्स से धारदार हथियार खरीदता था। उनको शहर के अपराधियों को दोगुनी कीमत पर बेंचता था। सारा काम मुनाफा कमाने के लिए करता था। जल्दी पैसे कमाने की लत के चक्कर में मोनेस सिन्हा अब सलाखों के पीछे पहुंच चुका है।

सीनियर पुलिस अधीक्षक के पत्र का नहीं आया जवाब

कुछ दिनों पहले सीनियर सुपरिंटेंडेंट आफ पुलिस अजय यादव ने ई- काॅमर्स कंपनियों को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने ऐसे गैरकानूनी हथियारों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने को कहा था। ई- काॅमर्स कंपनियों ने आज तक उसका कोई उत्तर नहीं दिया। तो वहीं शहर में आए दिन चाकूबाजी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। आलम ये है कि प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल मेकाहारा में रोज 6 से ज्यादा मामले चाकूबाजी के सामने आते है।

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