लाइब्रेरी में घुसकर छात्रों की पिटाई बर्दाश्त से बाहर, पुलिस पर करेंगे FIR: जामिया यूनिवर्सिटी VC
1 min readनई दिल्ली. जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय (Jamia Millia Islamia University) की कुलपति नजमा अख्तर (VC Najma Akhtar) ने रविवार को प्रदर्शन के बाद हुई हिंसा की घटना के बारे में सोमवार को मीडिया को विस्तार से जानकारी दी. गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान रविवार को जामिया नगर और जामिया विश्वविद्यालय दोनों जगह हिंसा की घटनाएं हुई थीं.
जबरन कैंपस में घुसने के मामले में हम पुलिस के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे
कुलपति नजमा अख्तर ने कहा कि, ‘पुलिस बिना पूछे कैंपस में घुस आई. जबरन कैंपस में घुसने के मामले में हम पुलिस के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे. छात्रों को डराने के लिए मारपीट की गई.
उन्होंने कहा कि, पुलिस ने लाइब्रेरी में छात्रों पर लाठीचार्ज किया. जामिया में हुई हिंसा की उच्चस्तरीय जांच हो क्योंकि इसमें बाहरी लोग शामिल थे.
#WATCH Delhi: Vice Chancellor of Jamia Millia Islamia, Najma Akhtar briefs the media over yesterday’s incident. https://t.co/
— ANI (@ANI) December 16, 2019
छात्र अफवाहों पर न करें भरोसा
वीसी ने बताया कि, पुलिस की कार्रवाई से जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय का विश्वास हिल गया है. पुलिस की कार्रवाई से विश्वविद्यालय के दो छात्रों के मरने की खबर गलत है. पुलिस कार्रवाई में लगभग 200 लोग घायल हुए हैं, इसमें विश्वविद्यालय के कई छात्र भी शामिल हैं. यूनिवर्सटी को बहुत नुकसान पहुंचा है. उन्होंने अपील की है कि, छात्र अफवाहों पर भरोसा न करें.
जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय को टारगेट न किया जाए
कुलपति नजमा अख्तर ने कहा कि, जामिया को टारगेट न किया जाए. विश्वविद्यालय के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि रविवार को प्रदर्शन में बाहरी और विश्वविद्यालय के पड़ोस में रहने वाले लोग भी शामिल थे, लेकिन जब दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की तो उसके बाद हिंसा हो गई.
कुलपति नजमा अख्तर ने कहा कि, जामिया को टारगेट न किया जाए. विश्वविद्यालय के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि रविवार को प्रदर्शन में बाहरी और विश्वविद्यालय के पड़ोस में रहने वाले लोग भी शामिल थे, लेकिन जब दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की तो उसके बाद हिंसा हो गई.