टेलिकॉम कंपनियों पर संकट, वोडाफोन-आइडिया-एयरटेल के पास अब ये है आखिरी रास्ता
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टेलिकॉम कंपनियों पर संकट, वोडाफोन-आइडिया-एयरटेल के पास अब ये है आखिरी रास्ता
सुप्रीम कोर्ट ने भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया, एमटीएनएल, बीएसएनएल, रिलायंस कम्युनिकेशंस, टाटा टेलिकॉम के टॉप मैनेजमेंट को मामले की अगली सुनवाई यानी 17 मार्च को बुलाया है. कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा कि इन कंपनियों ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित आदेश का पूरी तरह से उल्लंघन किया है.
टेलिकॉम कंपनियों पर संकट, वोडाफोन-आइडिया-एयरटेल के पास अब ये है आखिरी रास्ता AGR को लेकर कई दिग्गज कंपनियां संकट में दिख रही हैं.
AGR मुद्दे ने टेलिकॉम कंपनियों के सामने खड़ा किया संकट
आइडिया वोडाफोन के पास बकाया चुकाने को पैसे नहीं
एजीआर (Adjusted Gross Revenues) मामले में सुप्रीम कोर्ट ने टेलिकॉम कंपनियों को कोई भी राहत देने से इनकार किया है. अदालत ने इन कंपनियों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाया है. 16 जनवरी को जस्टिस अरुण मिश्रा की पीठ ने दूरसंचार कंपनियों को सरकार को एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) चुकाने के आदेश दिए थे.
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को सरकार को 1.47 लाख करोड़ रुपये का बकाया नहीं देने को लेकर दूरसंचार कंपनियों को फटकार लगाई है और इन सभी कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों को तलब कर यह बताने के लिए कहा है कि बकाये को चुकाने को लेकर शीर्ष अदालत के आदेश का पालन क्यों नहीं किया गया है. अदालत ने इन कंपनियों को फटकार लगाते हुए 14 फरवरी की खत्म होने तक 1.47 लाख करोड़ रुपये जमा करने को कहा था.
मोबाइल कंपनियों के सामने क्या है रास्ता
सुप्रीम कोर्ट के सख्त आदेश के बाद अब मोबाइल कंपनियों को इस बकाये का भुगतान करना ही पड़ेगा. एयरटेल ने हाल ही में ओवरसीज बॉन्ड और QIP (qualified institutional placement) से लगभग 3 अरब डॉलर जुटाए हैं. इसके जरिए एयरटेल अपने बकाये का भुगतान कर सकता है. लेकिन वोडाफोन आइडिया को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है. 31 दिसंबर को वोडाफोन आइडिया के पास 12530 करोड़ रुपये नगदी मुद्रा थी. जबकि कंपनी की कुल देनदारी 1.03 लाख करोड़ थी. बता दें दिसंबर में आदित्य बिरला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा था कि अगर सरकार की ओर से कोई राहत नहीं दी गई तो उन्हें अपनी दुकान बंद करनी पड़ेगी.