छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकि विश्वविद्यालय ने पाठ्यक्रम में किया बदलाव
1 min readछत्तीसगढ़ / पर्सनालिटी डेवलप करने पॉली कोर्स में सेमिनार, पीपीटी और प्रोजेक्ट पेपर को भी किया शामिल
छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय
छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकि विश्वविद्यालय ने पाठ्यक्रम में किया बदलाव
भिलाई:-छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय में डिप्लोमा कर थर्ड और फोर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों को नए शिक्षा सत्र से पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन देना पड़ेगा। कार्यशाला अटैंड करना होगा। ऑन दी स्पॉट कोई भी सब्जेक्ट किया जाएगा, उस पर उन्हें टॉम पेपर तैयार करना होगा। इन चीजों से छात्रों के पर्सनालिटी डेवलप होने की उम्मीद की जा रही है। इससे उन्हें किसी भी सार्वजनिक प्लेटफार्म में अपनी बातों को रखने में दुविधा नहीं होगी।
एआईसीटीई और एनसीटीई ने जारी किया करिकुलम
तकनीकी विश्वविद्यालय नए शिक्षा सत्र 2020-21 से डिप्लोमा कोर्स के थर्ड और फोर्थ सेमेस्टर में पूरा बदलाव करने की तैयारी में है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद और राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने मॉडल करिकुलम जारी किया है। अध्ययन मंडल के सदस्यों की बैठक भी हुई। सभी संकाय प्रमुखों को सिलेबस में चेंज करने संबंधी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
इंडस्ट्री बेस्ड होगा तकनीकी शिक्षा का नया कोर्स नए कोर्स में इंडस्ट्रीज की जरूरतों पर अधिक ध्यान होगा। विवि में संचालित 16 ब्रांच को 4-4 अध्ययन मंडलों के ग्रुप में बांटा गया है. बैठक में कुशल कर्मचारी बनाने में अधिक ध्यान दिया जाएगा। वर्तमान समय में उद्योगों में किस तरह के काम हो रहे हैं और उन्हें कुशल कर्मचारियों के रूप में किस तरह के लोगों की जरूरत पड़ रही है। इसे देखते हुए बदलाव किए जा रहे हैं।
29 का क्रेडिट नंबर 20 का होगा, समय बचाएंगे
अभी तक पूरे कोर्स में 29 क्रेडिट प्वाइंट्स रखे गए थे। इसमें थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों शामिल हैं। मॉडल करिकुलम के अनुसार अब 20 क्रेडिट नंबर का कोर्स होगा। इसमें थ्योरी, प्रैक्टिकल और एक्स्ट्रा करिकुलम की चीजें भी शामिल होंगी। शिक्षाविदों का मानना है कि थ्योरी और प्रैक्टिकल में अधिक काम होने की वजह से छात्र एक्स्ट्रा करिकुलम में ध्यान नहीं दे पाते। इससे उनके व्यक्तित्व का विकास नहीं हो पाता है।