विप्रो के मुनाफे में करीब 21 फीसदी की गिरावट दर्ज, इधर पहली तिमाही में 15 हजार से अधिक लोगों को दिया रोजगार
1 min readनई दिल्ली। दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए अपनी पहली तिमाही नतीजों की घोषणा कर दी है। हालांकि इस तिमाही में कंपनी के वित्तीय नतीजे बाजार के अनुमान से विपरीत आये हैं। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी के मुनाफे में करीब 21 फीसदी की गिरावट आई है और 2,563.6 करोड़ रुपये रहा है। जबकि बीते वर्ष इसी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 3,242.6 करोड़ रुपये रहा था। वहीं इससे पहले वाली तिमाही के मुकाबले मुनाफे में 16.96 फीसदी की गिरावट आई है।
मुनाफा घटा पर रेवेन्यू बढ़ा
हालांकि इस तिमाही में विप्रो के रेवेन्यू में 15.51 फीसदी का इजाफा हुआ है। विप्रो का रेनेव्यू 22,001 करोड़ रुपये रहा है जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 19,045 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी ने बताया कि इस तिमाही में कंपनी ने 1.1 अरब डॉलर के 18 बड़े डील हासिल किए हैं।
10,000 फ्रेशर्स को दी नौकरी
विप्रो के मुताबिक कंपनी छोड़कर जाने वाले कर्मचारियों की संख्या में इस तिमाही में कमी आई है। अप्रैल से जून तिमाही में एट्रीशन रेट 23.3 फीसदी रहा है जो इससे पहले तिमाही में 23.8 फीसदी से कम है। हालांकि बीते वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एट्रीशन रेट केवल 15.5 फीसदी था। यानि एक वर्ष में नौकरी छोड़कर जाने वालों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी आई है। कंपनी ने बताया कि इस इस तिमाही में कुल 15,446 नए लोगों की भर्ती हुई है जिसमें 10,000 फ्रेशर्स हैं।