लॉक डाउन को लेकर राहुल गांधी ने दिया केंद्र सरकार को सुझाव, कहा भारत में लॉकडाऊन लगे 45 दिन हो चुके हैं।जहां एक तरफ पूरा देश कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ संपूर्ण लॉकडाऊन के चलत उत्पन्न हुई भयानक आर्थिक सूनामी के बादल देश पर मंडरा रहे हैं। यह स्पष्ट है कि केंद्रीय सरकार की ओर से बड़े आर्थिक सहायता पैकेज के बिना देश की अर्थव्यवस्था का पहिया फिर से पटरी पर लाना संभव नहीं होगा। दुनिया के अधिकांश देश अर्थव्यवस्था को दोबारा शुरू करने एवं अपने नागरिकों की परेशानियों को दूर करने के लिए बड़े आर्थिक पैकेजों की घोषणा पहले ही कर चुके हैं।लेकिन भारत में कमजोर वर्गों जैसे किसान, प्रवासी मजदूर व दैनिक श्रमिकों तथा उद्योग, जैसे ट्रैवल एवं टूरिज़्म, ऑटोमोबाईल, रिटेल आदि, जिन्हें लॉकडाऊन का सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, उनकी सहायता के लिए एक आर्थिक पैकेज की घोषणा पर टाल मटोल की जा रही है। केंद्र सरकार इस पैकेज की घोषणा करने में जितना समय लगाएगी, लोगों की परेशानियां उतनी ही बढ़ेंगी और अर्थव्यवस्था को पुनः शुरू करना उतना ही ज्यादा कठिन होताजाएगा। इस प्रेस वार्ता में मैं आपको कांग्रेस के परामर्श की प्रक्रिया द्वारा तैयार किए गए आर्थिक पैकेज की रूपरेखा के मुख्यबिंदुओं के बारे में बताऊंगा। मुझे उम्मीद है कि केंद्र सरकार इन सुझावों पर विचार करेगी तथा अपने आर्थिक पैकेज में इन सुझावों को शामिल कर बिना किसी विलंब के देशवासियों के लिए आर्थिक राहत पैकेज की घोषणा करेगी। सुझाव...