Suspended | छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष तत्काल प्रभाव से निलंबित, जानियें वजह
1 min readDistrict President of Chhattisgarh Teachers Association suspended with immediate effect, know the reason
रायपुर। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष नेतराम साहू मूल रूप से व्याख्याता (एल.बी) के पद पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तरकेला, विकासखंड व जिला रायगढ़ में पदस्थ है को लोक शिक्षण संचालनालय के संचालक द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में नेतराम साहू का मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय रायगढ़ रखा गया है।
नेतराम साहू के निलंबन के लिए स्वयं कलेक्टर रायगढ़ ने पत्र प्रेषित किया था क्योंकि नेतराम साहू शिक्षक नेता की बजाए राजनीतिक दलों के नेता की तरह शासकीय नटवर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रायगढ़ में गरीब बच्चों के लिए खुल रहे स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल संचालित होने का विरोध करते हुए अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में सक्रिय रुप से सहभागिता निभाना नेतराम साहू को भारी पड़ गया, की हरकतों को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा अनुशंसा की गई , इस पूरे मामले की शिकायत कलेक्टर के पास भी पहुंची थी और मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वयं कलेक्टर ने उच्च कार्यालय को पत्र प्रेषित किया था।
रायगढ़ विधायक के निजी सचिव के रूप में भाजपा शासन में कार्यरत थे नेतराम –
दरअसल नेतराम साहू का राजनीतिक दलों से सीधा सरोकार रहा है और भाजपा सरकार में वह रायगढ़ विधायक स्वर्गीय रोशनलाल अग्रवाल के सहायक के रूप में पदस्थ थे , इसे लेकर भी काफी हल्ला हुआ था क्योंकि आमतौर पर विधायकों के निजी सचिव के रूप में लिपिक या अधिकतम सहायक शिक्षकों को ही पदस्थ किया जाता है लेकिन अपनी ऊंची पहुंच के बल पर नेतराम साहू विधायक के निज सचिव बन गए थे । इस कार्यकाल के दौरान ही अधिकारियों पर उनके द्वारा लगातार राजनीतिक पहुंच का इस्तेमाल करके दबाव बनाए जाने का आरोप लगता रहा सरकार गई तो उनकी इस पद से तो छुट्टी हो गई लेकिन वह फिर छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष बन गए और उसके बाद जिलाध्यक्ष के नाम पर राजनीति जारी रही । अब जब सरकार द्वारा गरीब बच्चों के लिए स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल शासकीय, शासकीय नटवर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रायगढ़ में संचालित करने का निर्णय लिया गया इस मुद्दे पर भी नेतराम साहू स्कूल बचाओ संघर्ष मोर्चा रायगढ़ के नेतृत्व में चल रहे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में शामिल हो गए और उनके द्वारा इस मुद्दे पर भी खुलकर राजनीति करने की बात सामने आई जिसके बाद अधिकारियों ने यह निर्णय लिया । मामला कितना गंभीर है उसको इस बात से समझा जा सकता है कि स्वयं संचालक ने रायगढ़ जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया है की आदेश की तामिली करते हुए जो आरोप पत्र नेतराम साहू को जारी किया जाएगा उसके प्रारूप को सात दिवस के भीतर अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है ।