Special Intensive Revision SIR | मतदाता सूची में गड़बड़ी खत्म! देशभर में शुरू होगा गहन पुनरीक्षण

Special Intensive Revision SIR | Errors in voter list will end! Intensive revision will start across the country
नई दिल्ली, 25 जुलाई 2025। चुनाव आयोग ने मतदाता सूची की पारदर्शिता और विश्वसनीयता को लेकर अहम कदम उठाया है। आयोग ने निर्णय लिया है कि बिहार मॉडल को अपनाते हुए अब पूरे देश में ‘विशेष गहन पुनरीक्षण’ (Special Intensive Revision – SIR) की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
इस प्रक्रिया के तहत मतदाता सूची की गहन जांच, शुद्धिकरण और अद्यतन किया जाएगा ताकि डुप्लीकेट, मृत या गलत प्रविष्टियों को हटाया जा सके और नए पात्र मतदाताओं को सूची में जोड़ा जा सके।
आयोग का उद्देश्य –
चुनाव आयोग ने कहा है कि SIR की शुरुआत का मकसद मतदाता सूची की निष्पक्षता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करना है, जो उसका एक संवैधानिक दायित्व है। यह प्रक्रिया राज्यों के साथ समन्वय कर चरणबद्ध तरीके से की जाएगी।
बिहार मॉडल क्यों?
बिहार में पहले इस पद्धति को लागू किया गया था, जिसमें डोर-टू-डोर वेरिफिकेशन, आधार लिंकिंग और फिजिकल वैलिडेशन जैसी तकनीकों से मतदाता सूची को अपडेट किया गया। अब इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा।
आगामी चुनावों पर असर
SIR के जरिए 2025 के अंत और 2026 के चुनावों से पहले अधिक सटीक और अप-टू-डेट मतदाता सूची तैयार होगी, जिससे फर्जी वोटिंग और गड़बड़ियों पर अंकुश लगेगा।