Rajiv Gandhi | ‘वीर भूमि’ पहुंच सोनिया और प्रियंका गांधी ने स्व. राजीव गांधी को किया नमन, पूर्व प्रधानमंत्री के बारें में जानें 5 दिलचस्प बातें …
1 min readSonia and Priyanka Gandhi reached ‘Veer Bhoomi’. Tributes to Rajiv Gandhi, know 5 interesting things about the former Prime Minister …
नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 31वीं पुण्यतिथि पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने उनके समाधि-स्थल ‘वीर भूमि’ पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
#WATCH दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 31वीं पुण्यतिथि पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने उनके समाधि-स्थल 'वीर भूमि' पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। pic.twitter.com/cuB30XvWsJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 21, 2022
बता दें कि 21 मई 1991 को एक आत्मघाती बम धमाके में भारत रत्न राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी। उनके जन्म के तीन साल बाद देश आजाद हुआ था। बड़े होने के बाद राजीव गांधी ने न केवल जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की राजनीतिक विरासत को संभाला, बल्कि देश को तकनीक व वैश्विक बुलंदियों तक पहुंचाने के लिए अभूतपूर्व कार्य किए।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर देश भर में उन्हें याद किया जा रहा है। 21 मई 1991 को एक आत्मघाती बम धमाके में भारत रत्न राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी। उनके जन्म के तीन साल बाद देश आजाद हुआ था। बड़े होने के बाद राजीव गांधी ने न केवल जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की राजनीतिक विरासत को संभाला, बल्कि देश को तकनीक व वैश्विक बुलंदियों तक पहुंचाने के लिए अभूतपूर्व कार्य किए। उनका बचपन, शिक्षा, राजनीतिक जीवन और लव लाइफ सब को ही बहुत दिलचस्प किस्से कहानियों से परिपूर्ण है। देश के एक बड़े राजनीतिक और दमदार परिवार में जन्म के साथ ही राजीव पर काफी जिम्मेदारियां आ गई थीं। उन्होंने इन जिम्मेदारियों को निभाया लेकिन अंत में उनकी हत्या कर दी गई। राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर जानते हैं उनके जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातें।
राजीव गांधी का जीवन परिचय –
राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 में हुआ था। जब वह तीन साल के थे, तब देश आजाद हुआ था। उनका बचपन तीन मूर्ति भवन में बीता। बतौर प्रधानमंत्री राजीव गांधी नेहरू-गांधी परिवार के आखिरी सदस्य थे। उनके बाद भले ही गांधी परिवार राजनीति में आज भी है लेकिन कोई प्रधानमंत्री के पद पर आसीन न हो सका। राजीव गांधी का परिवार भले ही राजनीति में पूरी तरह से सक्रिय था। नाना जवाहर लाल नेहरू के बाद उनकी मां इंदिरा गांधी भी देश की प्रधानमंत्री रहीं और कांग्रेस की कमान संभाली। लेकिन राजीव को नाना या मां की तरह राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं थी। राजनीति में आने से पहले राजीव गांधी एक पेशेवर पायलट थे।
राजीव गांधी की शिक्षा और करियर –
उनकी शिक्षा की बात करें तो राजीव गांधी ने इंजीनियरिंग करने के लिए कॉलेज में दाखिला लिया लेकिन उन्हें किताबी ज्ञान तक सीमित रहना रास नहीं आया। पहले लंदन और फिर कैंब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज से तीन साल शिक्षा लेने के बाद भी राजीव गांधी को डिग्री नहीं मिल सकी। फिर भी राजीव गांधी ने लंदन के ही इंपीरियल कॉलेज में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में दाखिला ले लिया, लेकिन यहां भी उनका मन नहीं लगा और बाद में राजीव ने भारत लौट कर दिल्ली के फ्लाइंग क्लब में पायलट की ट्रेनिंग ली। साल 1970 में राजीव गांधी ने एयर इंडिया के साथ अपने करियर की शुरुआत की।
राजीव गांधी का शौक –
कम ही लोग जानते हैं कि राजीव गांधी को विमान उड़ाने के साथ ही फोटोग्राफी का भी बहुत शौक था। उनकी तस्वीरों को छापने के लिए कई पब्लिशर्स ने मशक्कत की लेकिन राजीव गांधी ने कभी अनुमति नहीं दी। हालांकि राजीव गांधी के निधन के बाद उनकी पत्नी सोनिया गांधी ने उनके द्वारा खींची गई तस्वीरों के संग्रह को किताब का रूप दिया ताकि दुनिया को उनकी इस काबिलियत से परिचित कराया जा सके। उनकी किताब का नाम ‘राजीव्स वर्ल्ड- फोटोग्राफ्स बाय राजीव गांधी’ है।
राजीव गांधी और राजनीति –
राजीव गांधी की छवि हमेशा से ही साफ सुथरी और बेदाग थी। जब उन्होंने 1980 में राजीनि में कदम रखा तो उन्हें मिस्टर क्लीन माना जाता था। शुरुआत से विदेश में पढ़ाई करने वाला एक नौजवान महज 40 साल की उम्र में राष्ट्रीय राजनीति की ऊंचाइयों तक पहुंच गया। हालांकि राजनीति में आने के बाद उनका नाम कई बड़े घोटालों में आया, जिससे उनकी छवि धूमिल हो गई। कहा जाता है कि राजीव गांधी एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री थे, जो खुद अपनी गाड़ी चलाकर जगह जगह जाते थे। कई चुनावी रैलियों में भी राजीव गांधी खुद अपनी कार चलाकर पहुंचे थे। उनके सुरक्षा गार्ड पीछे आते थे।