रायपुर। राजधानी नगर निगम में टैक्स वसूली में सुधार लाने के उद्देश्य से मेयर इन काउंसिल की बैठक में एक अहम फैसला किया गया है।
अब रायपुर नगर निगम अंतर्गत माकन मालिकों को बताना होगा कि मकान में कितने कमरे हैं, कितने फ्लोर हैं, मकान कच्चा है या पक्का और कितने एरिया में बनाया गया है। इसके लिए लोगों को एक फॉर्म भी दिया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में अगर किसी तरह की आपत्ति होगी तो लोग नगर निगम में शिकायत भी कर सकते हैं। दरअसल नगर निगम रायपुर शहर के हर मकान से टैक्स वसूलता है और इसी प्रक्रिया में सुधार के लिए अब नए सिरे से पूरी जानकारी जुटाने की तैयारी की जा रही है।
बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि लोगों को हम एक फॉर्म बांट रहे हैं। ये स्व विवरिणिय फॉर्म होगा, इसका मतलब लोग खुद अपने मकान की जानकारी देंगे। इस फॉर्म को भरकर लोग जोन दफ्तरों में जमा करेंगे, इससे नगर निगम के पास पूरी डिटेल जानकारी होगी। इस प्रक्रिया में यदि किसी तरह की आपत्ति हो तो लोग आपत्ति दर्ज करवा सकेंगे।
महापौर एजाज ढेबर ने यह साफ किया कि रायपुर के मकानों से लिया जाने वाला टैक्स किसी तरह से बढ़ाया नहीं जाएगा। पिछले कुछ दिनों में रायपुर नगर निगम के राजस्व में करीब 30 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी भी हुई है। एजाज ढेबर ने कहा कि रायपुर राजधानी में तीन लाख आठ हजार मकान हैं, लेकिन सिर्फ 2 लाख 46 हजार मकानों से ही राजस्व की वसूली हो पा रही है। नए सिरे से जानकारी जुटाकर सभी को टैक्स वसूली के दायरे में जरूर लाने का प्रयास नगर निगम कर रहा है। मेयर इन काउंसिल की बैठक में कमल विहार को नगर निगम के दायरें में लाने के अटकलों पर भी विराम लगा। कमल विहार को नगर निगम में शामिल नही किया जाएगा।
