RAIPUR | अर्णव गोस्वामी पर एफआईआर, संसदीय सचिव विकास उपाध्याय व साथी पहुंचे थाने, फर्जी आडियो टेप है मुद्दा, BJP का नाम भी शामिल, पढ़ें पूरा मामला
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रायपुर । संसदीय सचिव विकास उपाध्याय आज टीवी पत्रकार अर्णव गोस्वामी के खिलाफ रायपुर के सिविल लाईन थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। अपनी शिकायत दर्ज कर उन्होंने आरोप लगाया कि अर्णव गोस्वामी ने अपने टीवी चैनल रिपब्लिक भारत में फर्जी आडियो टेप चलाकर कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने की कोशिश की है। वह भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं।
विकास उपाध्याय ने अपनी शिकायत में कहा है कि देश के सभी प्रतिष्ठित न्यूज के विपरीत अर्णव अपने चैनल के माध्यम से हाथरस की घटना को बदनाम राजनैतिक रंग देने का प्रयास कर रहे हैं। हाथरस की घटना के मूल मुददे को भूलकर वह कांग्रेस पार्टी को टारगेट कर रहे हैं। इस आचरण से स्वच्छ पत्रकारिता पर भी एक सवालिया प्रश्न खड़ा हो गया है, जोकि एक अपराध की श्रेणी में आता है।
अर्णव के इस गलत रवैये के खिलाफ विकास उपाध्याय ने एफआईआर दर्ज कराने के साथ-साथ भारतीय प्रेस परिषद में भी पूरे प्रकरण की शिकायत दर्ज करायी है। और अनुरोध किया है कि उक्त कथित पत्रकार के विरुद्ध उच्चस्तरीय जांच कमेटी गठित कर न्यूज चैनल रिपब्लिक टीवी पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही कथित पत्रकार अर्णव गोस्वामी पर भी पत्रकारिता से प्रतिबंधित किया जाए।
विकास उपाध्याय ने ये भी कहा कि संविधान में प्रेस या मीडिया की स्वतंत्रता का कहीं कोई सीधा उल्लेख नहीं किया गया है। जिसका अर्णव गोस्वामी गलत फायदा उठा रहा है। बावजूद संविधान के अनुच्छेद 19(2) में कहा गया है की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार पर केवल युक्तियुक्त प्रतिबन्ध ही लगाए जा सकते है। सर्वोच्च न्यायलय ने कुछ मामलों में मीडिया पर युक्तियुक्त प्रतिबंध लगाने को तर्कसंगत ठहराया है। जिसमें शिष्टाचार व सदाचार भी शामिल है और अर्णव गोस्वामी इसी का उलंघन कर रहा है। आज इस दौरान कांग्रेस के प्रमोद दुबे, गिरीश दुबे,कन्हैया अग्रवाल, संदीप तिवारी, धनंजय ठाकुर सहित काफी संख्या में कांग्रेस के लोग सिविल लाइन थाना में मौजूद थे।