Raipur Breaking | कपड़ा व्यापारियों के यहां करता था चोरी, फिर खोल ली खुद की दुकान, राजधानी पुलिस ने ऐसे दबोचा
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रायपुर । राजधानी रायपुर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में स्थित कपड़ा दुकानों में नकबजनी करने वाले कपड़ा व्यवसायी रिंकु मौर्या को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है।
आपको बता दे की आरोपी ने थाना आमानाका, थाना सरस्वती नगर एवं थाना गुढ़ियारी क्षेत्र पर स्थित 3 अलग-अलग कपड़ा दुकानों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है, जिसके बाद आरोपी ने चोरी किये गए कपड़ों से अपनी स्वयं की बिरगांव, उरला में नवीन गारमेंट्स के नाम से नई कपड़ा दुकान खोल ली थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी दुकानों से रेडिमेड कपड़े, साड़ियां व अन्य कपड़ों की चोरी कर ले जाता था व उसे अपने दुकान में तथा ग्राहकों को बिक्री करता था।
जानकारी के मुताबिक आरोपी पूर्व में भी चोरी के अपराध में कबीर नगर थाना से जेल जा चुका है। आरोपी अब एक और दुकान को निशाना बनाने ही वाला था कि रायपुर सायबर सेल की टीम ने उसे उसके पहले ही धरदबोचा। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर उसके दुकान से चोरी किये गए रेडिमेड़ कपड़े सहित नगदी रकम जप्त की है जिसकी कीमत तकरीबन 3,51,000/- रूपये है। साथ ही आरोपी के कब्जे से चोरी करने में प्रयुक्त आलाजरब भी जप्त किया गया है।
ऐसे पकड़ में आया आरोपी
दरअसल, मंगलवार की दरम्यानी रात्रि सायबर सेल की टीम द्वारा थाना आमानाका क्षेत्र में गश्त के दौरान एक व्यक्ति को संदिग्ध अवस्था में एक कपड़ा दुकान के बाहर देखा गया, जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा व्यक्ति से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम रिंकु मौर्या निवासी बीरगांव उरला का होना बताया तथा वह अपने पास एक लोहे का राॅड रखा था जिससे किसी भी ताला को तोड़ा/खोला व दुकान के शटर को उठाया जा सकता था। टीम के सदस्यों को रिंकु मौर्या पर संदेह होने पर उसे पकड़कर थाना आमानाका लाकर चोरी की घटनाओं के संबंध में पूछताछ किया गया परंतु रिंकु मौर्या द्वारा स्वयं को किसी भी प्रकार से अपराध में अपनी संलिप्तता नहीं होना बताकर लगातार गुमराह करने के साथ ही वह प्रत्येक बार विरोधाभास बयान देता था।
जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर रिंकु मौर्या ज्यादा देर अपने झूठ के सामने टिक न सका और अंततः तीनों कपड़ा दुकान में नकबजनी की घटनाओं को कारित करना स्वीकार किया। पूछताछ में आरोपी रिंकु मौर्या ने बताया गया कि वह चोरी की पहली घटना कारित करने के बाद अपना स्वयं का बीरगांव उरला में नवीन गारमेंट्स के नाम से कपड़ा दुकान खोल लिया तथा चोरी के कपड़ों को वह अपने दुकान में रखकर बिक्री करता था। इसके बाद वह लगातार कपड़ा दुकानों को टाॅरगेट कर दुकानों से रेडिमेड कपड़े एवं साडियों की चोरी करता था तथा चोरी की सभी कपड़ों को अपने दुकान में रखकर ग्राहकों को बिक्री करता था।