Rahul Rescue Update | 11 वर्षीय राहुल के रेस्क्यू में लगा 500 से अधिक अधिकारियों का अमला
1 min readMore than 500 officers engaged in the rescue of 11-year-old Rahul
रायपुर। जांजगीर-चाम्पा जिले के पिहरीद में बोरेवेल के लिए किए गए गड्ढे में गिरे 11 वर्षीय राहुल साहू का रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर मासूम राहुल के रेस्क्यू के लिए बीते 24 घंटे से भी अधिक समय से घटनास्थल पर जिला कलेक्टर जितेन्द्र शुक्ला एवं पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल समेत विभिन्न विभागों के 500 से अधिक अधिकारियों की टीम मौजूद है। साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन में अत्याधुनिक मशीनों और वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
गौरतलब है कि बीते 10 जून को खेलते वक्त 11 वर्षीय राहुल घर के पास ही खुदे बोरवेल के गड्ढे में जा गिरा। इसकी जानकारी परिजनों को लगभग तीन घंटे बाद मिली, फिर प्रशासन को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर जितेन्द्र शुक्ला, पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल पूरे दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। बताया जा रहा है 80 फीट गहराई वाले बोरवेल में राहुल 60 फीट पर फंसा हुआ है। जिला प्रशासन ने बचाव कार्य के लिए त्वरित कार्यवाही शुरू कर दी। वहीं मासूम राहुल के रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ व एनडीआरएफ के साथ अब सेना की भी मदद ली जा रही है। मासूम राहुल की सुरक्षित बाहर निकालने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिला कलेक्टर को आवश्यक निर्देश दिए हैं। वहीं मुख्यमंत्री ने राहुल के परिजनों से भी बात कर उन्हें शासन-प्रशासन की ओर से यथासंभव प्रयास करने आश्वस्त किया है।
बचाव दल में ये हैं मौजूद :
राहुल साहू के रेस्क्यू के लिए घटनास्थल पर 4 आईएएस, 2 आईपीएस, 5 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 4 एसडीओपी, 5 तहसीलदार, 8 टीआई व 120 पुलिसकर्मियों के साथ ईई (पीडब्ल्यूडी), ईई (पीएचई), सीएमएचओ, 1 सहायक खनिज अधिकारी, एनडीआरएफ के 32 अधिकारी-कर्मचारी, एसडीआरएफ से 15 अधिकारी-कर्मचारी, होमगार्ड्स मौके पर मौजूद हैं। वहीं भारतीय सेना से मेजर गौतम सूरी के साथ 4 सदस्यीय टीम भी घटनास्थल पर पहुंचकर आवश्यक कार्यवाही कर रही है।
स्टोन ब्रेकर, पोकलेन समेत बड़ी मशीनरी लगी :
11 वर्षीय राहुल साहू को बोरवेल से बाहर निकालने के लिए बोरवेल के पास ही सुरंग खोदी जा रही है। इसके लिए 1 स्टोन ब्रेकर, 3 पोकलेन, 3 जेसीबी, 3 हाइवा, 10 ट्रैक्टर, 3 वाटर टैंकर, 2 डीजल टैंकर, 1 हाइड्रा, 1 फायर ब्रिगेड, 1 ट्रांसपोर्टिंग ट्रेलर, 3 पिकअप, 1 होरिजेंटल ट्रंक मेकर और 2 जनरेटर का इस्तेमाल किया जा रहा है। 2 एम्बुलेंस वाहन भी मौके पर हैं।