Rahul Gandhi’s counterattack on PM Modi’s attack in Parliament, know what he said?
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक बार फिर कांग्रेस पर जमकर बरसे। राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस एक तरह से शहरी (अर्बन) नक्सलियों के कब्जे में है और वे उसके विचारों-विचारधारा को नियंत्रित कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि वह अपना नाम ‘‘इंडियन नेशनल कांग्रेस’’ से बदलकर ‘‘फेडरेशन ऑफ कांग्रेस’’ कर ले।
राहुल गांधी के ‘‘भारत राष्ट्र नहीं है और यह राज्यों का संघ है’’ संबंधी बयान की ओर इशारा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब तो कांग्रेस को भारत के लिए ‘‘राष्ट्र’’ शब्द कहे जाने पर भी आपत्ति है। उन्होंने कहा कि यह कल्पना ‘‘गैर संवैधानिक’’ है। पिछले दिनों राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा था।
पीएम मोदी ने कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी वैश्विक और शांतिप्रिय अंतरराष्ट्रीय छवि को चकनाचूर होने से बचाने के लिए गोवा में मुक्ति संग्राम करने वाले सत्याग्रहियों की मदद नहीं की और इस वजह से इस तटीय राज्य को भारत की आजादी के करीब 15 साल बाद पुर्तगालियों शासन से मुक्ति मिली।
अब पीएम मोदी के इसी बयान पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता ने कहा, ”वो कांग्रेस से डरते हैं, थोड़ी घबराहट है क्योंकि कांग्रेस सच्चाई बोलती है। उनका पूरा मार्केटिंग का धंधा है। उनके मित्र हैं। झूठ फैलाया हुआ है, वो डर तो है। संसद में वही दिखा। पूरा का पूरा भाषण कांग्रेस के बारे में था, जवाहर लाल नेहरू के बारे में था, कांग्रेस ने क्या नहीं किया का जिक्र था? बीजेपी ने जो वायदे किए थे उसके बारे में उन्होंने तो कुछ नहीं कहा।”
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा, ”नेहरू ने पूरी जिंदगी देश की सेवा की, उनके बारे में किसी से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। हमारे परिवार के अन्य लोगों ने भी काफी कुछ किया है।” उन्होंने कहा, ‘‘मैंने तीन चीजे कहीं थी। पहली बात यह कि दो हिंदुस्तान बनाए जा रहे हैं जिनमें से एक करोड़ों लोगों का है और दूसरा कुछ अमीर लोगों के लिए है। दूसरी बात मैंने कही थी कि एक के बाद हमारी सब संस्थाओं पर कब्जा किया जा रहा है जिससे देश का नुकसान हो रहा है। तीसरी बात यह कही थी कि प्रधानमंत्री जी की दिवालिया विदेश नीति के चलते चीन और पाकिस्तान एक हो गए हैं हैं जो देश के लिए बहुत खतरनाक चीज है। प्रधानमंत्री ने इन तीनों बातों का जवाब नहीं दिया।’’