Rahul Gandhi Speech | हम सत्याग्रही हैं और RSS-BJP वाले सत्ताग्रही – राहुल गांधी
1 min readRahul Gandhi Speech | We are satyagrahis and those in power with RSS-BJP – Rahul Gandhi
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस का 85वां अधिवेशन चल रहा है. कल (25 फरवरी) जहां इस कार्यक्रम में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भाषण दिया था तो वहीं आज कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि 52 साल से उनके पास अपना घर तक नहीं है.
मैं सोचता था कि फिट हूं, 20-25 KM चल लूंगा।
लेकिन यात्रा शुरू होते ही घुटने का पुराना दर्द लौट आया और 10-15 दिनों में मेरा अहंकार खत्म हो गया।
भारत माता ने मुझे संदेश दिया- तुम अगर कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलने निकले हो तो दिल से अहंकार मिटाओ, वर्ना मत चलो।
: @RahulGandhi जी pic.twitter.com/F0iqIiz0Jl
— Congress (@INCIndia) February 26, 2023
Watch: Shri @RahulGandhi's address at the Congress' 85th Plenary Session in Nava Raipur, Chhattisgarh. #CongressSankalp2024 https://t.co/QWvuupewHy
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प्रधानमंत्री कहते हैं मैंने भी लाल चौक पर तिरंगा फहराया था।
PM को फर्क समझ नहीं आया…
नरेंद्र मोदी जी ने BJP के 15-20 लोगों के साथ लाल चौक पर तिरंगा फहराया।
'भारत जोड़ो यात्रा' ने कश्मीर के लाखों युवाओं के हाथ से तिरंगा फहराया।
: @RahulGandhi जी pic.twitter.com/Q2PK4g8lP4
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हम सत्याग्रही हैं और RSS-BJP वाले सत्ताग्रही हैं।
ये सत्ता के लिए कुछ भी कर लेंगे। किसी से मिल जाएंगे। किसी के सामने झुक जाएंगे।
ये इनकी सच्चाई है।
: @RahulGandhi जी pic.twitter.com/oG8ot79ZRY
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राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, ‘आपने केरल में वोट रेस देखी होगी. उस समय जब में वोट में बैठा था, पूरी टीम के साथ में रोइंग कर रहा था, मेरे पैर में भयंकर दर्द था. ऊपरी तौर पर फोटो में मैं मुस्कुरा रहा था, लेकिन दिल के अंदर मुझे रोना आ रहा था. मैंने यात्रा शुरू की. काफी फिट आदमी हूं. 10-12 किलोमीटर ऐसे ही दौड़ लेता हूं. घमंड था. मैंने सोचा था, 10-12 किलोमीटर चल लेता हूं तो 20-25 किलोमीटर चलना कौन सी बड़ी बात है.’
उन्होंने आगे कहा कि एक पुरानी चोट थी, जो कॉलेज में फुटबॉल खेलते समय घुटने में लगी थी. सालों से उस चोट में दर्द नहीं था. लेकिन जैसे ही मैंने यात्रा शुरू की, अचानक दर्द वापस आ गया. आप (कार्यकर्ता) मेरे परिवार हो, इसलिए आपसे कह सकता हूं. सुबह उठकर सोचता था कि कैसे चला जाए. फिर सोचता था कि 25 किलोमीटर की नहीं, 3 हजार 500 किलोमीटर की बात है. कैसे चलूंगा?
10-15 दिनों में अहंकार गायब हो गया
राहुल गांधी ने यात्रा के बारे में बात करते हुए कहा कि कंटनेर से उतरता था. चलना शुरू करता था, लोगों से मिलता था. पहले 10-15 दिनों में अहंकार और घमंड सब गायब हो गया. इसलिए गायब हो गया, क्योंकि भारत माता ने मुझे मैसेज दिया. तुम अगर निकले हो. कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलने निकले हो तो दिल से घमंड निकालो, नहीं तो मत चलो.
तुलगक लेन वाला घर भी मेरा नहीं है
राहुल गांधी ने भाषण में कहा कि 52 साल हो गए मेरे पास घर नहीं है और परिवार के पास जो घर है वो इलाहाबाद में है. वो भी घर नहीं है. 120 तुगलक लेन मेरा घर नहीं है. जब पदयात्रा में निकला तो सोचा मेरी जिम्मेदारी क्या है? मैंने कहा कि मेरे साइड में और आगे पीछे जो खाली जगह है, जिसमे हिंदुस्तान के लोग मिलने आएंगे. अगले चार महीने के लिए हमारा वो घर हमारे साथ चलेगा. इस घर में जो भी आएगा अमीर-गरीब, बुजुर्ग युवा हो या बच्चा किसी भी धर्म और स्टेट का जानवर हो, उसे ये लगना चाहिए की मैं आज अपने घर आया हूं.
लोगों को समझाना हमारी जिम्मेदारी : प्रियंका
राहुल से पहले प्रियंका गांधी ने कहा कि जो लोग देश की राजनीति को देखकर समझ रहे हैं कि कुछ गलत हो रहा है, उन्हें एक मंच देना हमारा काम है. उनकी आवाज को बुलंद करना हमारा काम है. वे लोग जो यह नहीं समझ रहे हैं, उन्हें भी यह बताना और समझाना हमारा काम है. यह एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है.
हिम्मत की और यात्रा में पहुंचीं महिलाएं
भारत जोड़ो यात्रा का से जुड़ा किस्सा बताते हुए प्रियंका ने कहा कि हम जब कश्मीर में थे तो मैं कुछ महिलाओं के साथ खड़ी थी. उन महिलाओं ने मुझे कहा कि तीन सालों से उनमें घर से निकलने की हिम्मत नहीं थी. लेकिन आज भारत जोड़ो यात्रा में आ गईं. लोगों के अंदर ये हिम्मत पैदा करना ही हमारा काम है.
पूरा देश देख रहा, कांग्रेस लड़ रही है
उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि हम गांव-गांव जाएं, ब्लॉक-ब्लॉक जाएं और अपने संगठन को मजबूत करें. राहुल गांधीजी ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली और कांग्रेस की एक लंबी लकीर खींचकर दिखाई. पूरे देश ने देखा कि कांग्रेस किस विचारधारा के लिए लड़ रही है. यह काम यात्रा ने किया. मध्य प्रदेश से लेकर केरल तक के लोग आए.
कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के प्रति भाव दिखाया
प्रियंका ने आगे कहा कि कांग्रेस का कार्यकर्ता कौन है? वो अनोखेलाल है, जो इस झंडे को लेकर कन्याकुमारी से कश्मीर तक चला. वो दिनेश है, जो आज दिख नहीं रहा है. वह भी इसी तरह ध्वज को लेकर नंगे पांव चला. उत्तर प्रदेश के नेता थे, नसीब पठान. अजीवन उन्होंने कांग्रेस के प्रति अपना भाव दिखाया.