लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रुद्र कुमार ने राज्य अलंकरण में पुरस्कृत बुनकरों से मुलाकात कर बधाई एवं शुभकामनाएं दी
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रायपुर। राज्य अलंकरण समारोह में आज शाम ग्रामोद्योग विभाग के 6 बुनकरों को राज्य अलंकरण से सम्मानित किया जा रहा है। इससे पूर्व आज लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रुद्र कुमार ने राज्य अलंकरण पुरस्कार के लिए चयनित सभी बुनकरों से मुलाकात की। इस दौरान पुरस्कृत बुनकरों को ताम्रपत्र प्रदान कर उनका हौसला अफजाई किए। साथ ही पुरस्कृत होने पर उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
राज्य अलंकरण समारोह में स्व. बिसाहू दास महंत सर्वश्रेष्ठ बुनकर पुरस्कार 2018-19 के लिए सुनील कुमार एवं राजाराम देवांगन, चंद्रपुर जिला जांजगीर-चांपा एवं वर्ष 2019-20 के लिए तुकाराम देवांगन एवं श्रीराम देवांगन, चंद्रपुर जिला जांजगीर-चांपा को स्व. बिसाहूदास महंत सर्वश्रेष्ठ बुनकर पुरस्कार योजना अंतर्गत आज राज्य स्थापना के अवसर पर राज्य अलंकरण से सम्मानित किया गया। इसी प्रकार वर्ष 2020-2021 के लिए राज राजेश्वरी करुणा माता प्रोत्साहन पुरस्कार के लिए राजेश कुमार देवांगन, बिलाईगढ़ जिला बलौदाबाजार एवं टीकाराम देवांगन बिलाईगढ़ को अलंकरण समारोह में सम्मानित किया गया है।
आपको बता दें तुकाराम देवांगन विगत 25 वर्षों से हथकरघा पर वस्त्र बुनकर बुनाई में पारंगत है। इनके द्वारा कोसे के ताना-बाना से बाड़ी में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को जाला तकनीक से हाथ से हथकरघा पर दुपट्टा वस्त्र बनाया गया है। प्रदेश के राम देवांगन विगत 40 वर्षों से हथकरघा पर वस्त्र बुनाई में पारंगत है। इनके द्वारा शामिल की गई प्रविष्ट में कोसा साड़ी के बॉडी में प्लेन पोत कोसा धागे का उपयोग किया गया है। तथा आंचल में बरगद पेड़ के नीचे राजकीय पशु वन भैंसा का चित्र हाथ तकनीक से उकेरा गया है।
वहीं बुनकर राजेश कुमार विगत 45 वर्षों से हथकरघा बुनाई में पारंगत है। इनके द्वारा धनलक्ष्मी बूटा सूती साड़ी के आंचल में हैवी जला के साथ धनलक्ष्मी के डिजाइन तैयार की गई है। बुनकर कार्य मे पारंगत टीकाराम देवांगन विगत 30 वर्षों से हथकरघा पर वस्त्र बुनाई में पारंगत है। इनके द्वारा सूती साड़ी में हाथ से सघन आंचल में बूटियों खापा तकनीक से डिजाइन निकाली गई है।
ग्रामोद्योग विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. मनिंदर कौर ने बताया कि ग्रामोद्योग विभाग द्वारा इस वर्ष सबसे ज्यादा 6 व्यक्तियों को राज्य अलंकरण से सम्मानित किया जा रहा है जो विभाग के लिए गर्व की बात है राज्य अलंकरण में प्रत्येक पुरस्कृत बुनकरों को ₹100000 की प्रोत्साहन राशि ड्राफ्ट, ताम्रपत्र एवं राजकीय गमछे से सम्मानित किया जा रहा है।