पीएम के संबोधन से टूटा मनोबल, आर्थिक मदद की जगह की दीया जलाने की बात: कांग्रेस
1 min readपीएम के संबोधन से टूटा मनोबल, आर्थिक मदद की जगह की दीया जलाने की बात: कांग्रेस
◆पीएम के संबोधन से टूटा मनोबल, आर्थिक मदद की जगह की दीया जलाने की बात: कांग्रेस
◆कांग्रेस ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
◆पीएम मोदी के संबोधन पर कांग्रेस का वार
◆देश को राहत पैकेज की उम्मीद थी: कांग्रेस
◆‘पीएम के संबोधन से मनोबल टूटा’
●कोरोना वायरस के महासंकट और देश में लागू 21 दिनों के लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से दीया जलाने की अपील की है. इस अपील पर कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा गया है. कांग्रेस का कहना है कि इस वक्त देश की जरूरत डॉक्टरों की सुरक्षा, गरीबों को आर्थिक मदद पहुंचाना और मनरेगा मजदूरों को एडवांस पेमेंट देना है.
●कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से देशवासियों के मनोबल को ठेस पहुंची है. क्योंकि लोग उम्मीद लगाए बैठे थे कि प्रधानमंत्री डॉक्टरों के लिए PPE, मनरेगा मजदूरों के लिए एडवांस पेमेंट जैसी बात करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
◆जरूरत के सामान के दाम बढ़े
●लॉकडाउन को लेकर पवन खेड़ा बोले कि आज देश के 60 फीसदी सप्लाई ट्रक रुके हुए हैं. इससे जरूरत के सामान का दाम बढ़ रहा है. ना ही ड्राइवरों को तनख्वाह मिल रही है, देश में सिर्फ 20 फीसदी ही किराना की दुकानें खुली हैं.
●कांग्रेस नेता ने कहा कि सवा सौ करोड़ में अभी तक सिर्फ 50 हजार से कम ही कोरोना के टेस्ट हुए हैं. ऐसे में ये चिंताजनक है. प्रधानमंत्री ने इन मसलों पर कुछ भी नहीं कहा. पवन खेड़ा बोले कि पहले थाली पीटना और अब दीया जलाना, ये सब ठीक है. लेकिन डॉक्टरों की सुरक्षा, मेडिकल सुविधाएं और किसानों को सही दाम मिलना भी काफी जरूरी है.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम, कांग्रेस नेता शशि थरूर की ओर से भी सवाल खड़े किए गए थे और गरीबों को आर्थिक मदद पहुंचाने की अपील की गई थी.