Murder Mystery Solved | ITI मैदान में युवक की निर्मम हत्या, वारदात में शामिल 3 आरोपी गिरफ्तार, आधा नग्न इस वजह से मिला था शव
1 min readBrutal murder of youth in ITI ground, 3 accused involved in crime arrested, half-naked body was found because of this
दुर्ग। दुर्ग जिला के ITI मैदान में युवक की निर्मम हत्या कर दिये जाने के सनसनीखेज मामले को पुलिस ने 72 घंटों के अंदर ही सुलझा लिया है। वारदात में शामिल 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपी मृतक युवक के ही दोस्त है, जिन्होने शराब के नशे में इस हत्याकांड को अजाम दे दिया था।
बता दे कि पूरा घटनाकम खुर्सीपारा थाना क्षेत्र का है। यहां 07 फरवरी की सुबह के युवक की लहुलूहान लाश मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। युवक के चेहरे पर पत्थर से गंभीर वार कर हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। वही घटनास्थल से पुलिस ने खून से सने पत्थर, अंडरवियर और लोवर शव से 10 फिट दूर से बरामद किया था। पुलिस ने मृतक की पहचान उड़िया बस्ती निवासी श्याम कुमार उर्फ मोनू के रूप में किया था।
इस पूरे मामले में थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा ने हत्या का मामला दर्ज किया व वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देश में वारदात से जुड़े साक्ष्यों के आधार पर अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने का प्रयास शुरू किया गया। एसपी बी.एन.मीणा के निर्देश पर इस अंधे कत्ल की गुत्थी को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए 3 टीम बनाई गई, जिन्हे वारदात से जुड़े अलग-अलग पहलुओं की जांच का जिम्मा सौंपा गया।
वही, पुलिस की इन्वेस्टिगेशन में मृतक मोनू का शव नीचे से नग्न अवस्था में मिला, जिसे लेकर पुलिस इस हत्याकांड को अवैध संबंध से जोड़कर देख रही थी। पुलिस ने एंगल में जांच के दौरान मृतक मोनू के अवैध संबंध होना का भी पता चला, जिसके कारण पुलिस उस दिशा में ही जाकर इस संबंध में बारीकी से हर पहलू की गंभीरता से जॉच कर रही थी। इसके अलावा आसपास के क्षेत्र के सीसीटीवी फूटेज व मृतक से जुड़े रिस्तेदार, दोस्तों के काल रिकार्डस का मुआयना भी किया जा रहा था। पुलिस को कोई खास सफलता नही मिल पाई। इसी दौरान थाना खुर्सीपार के आरक्षक डी. प्रकाश को केनाल रोड में ट्रांसपोर्टर गनी खान के आफिस के पास घटना की रात को 2 लड़को के मोटर सायकल से चौक के पास रूकेने की जानकारी मिली, जिन्हें आफिस के चौकीदार और वहां उपस्थित दो अन्य लड़को ने देखा था।
वही, इस सूचना पर पुलिस ने ट्रासपोर्ट आफिस के CCTV कैमरे को खंगालना शुरू किया, जिसमें बाईक सवार युवक आईटीआई ग्राउण्ड की तरफ से रात करीब 11.45 बजे आते दिख रहे थे और फुटपाथ के बगल में बाईक की बाई तरफ से गिरते भी नजर आये। पुलिस ने चौकीदार के माध्यम से लड़को की पतासाजी करना शुरू किया। काफी मशक्कत के बाद बाईक और आरोपियों के हुलिया की जानकारी जुटाने पर वारदात में प्रयुक्त बाईक की जानकारी पुलिस के हाथ लगी। उड़िया पारा में पुलिस टीम ने छापामार कार्रवाई कर बाईक व बाईक के मालिक बलराम क्षत्रिया को संदेह के आधार पर हिरासत मे लेकर पूछताछ किया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर बलराम क्षत्रिया ने मोनू उर्फ श्याम कुमार की हत्या अपने दोस्त झुमन साहू निवासी उडिया बस्ती के साथ मिलकर किये जाने की बात कबूल ली।
पकड़े गये आरोपी बलराम क्षत्रिया ने बताया कि उसकी बहन रेखा सोना का लड़का हुआ है, जिसके पार्टी में वे सब गये हुए थे। वहां पीना खाना करने के लिए आरोपी बलराम व झुमन साहू मृतक मोनू उर्फ श्याम कुमार को रात के करीब 10.30 बजे से 10.45 बजे अपने साथ ITI ग्राउण्ड ले गये थे, जहां तीनों दोस्तों ने बैठकर शराब पी, और शराब पीने के दौरान ही मृतक मोनू ने आरोपी बलराम को यह कह दिया कि शादी के बाद तेरी बहन मां बन गई, लेकिन तेरी शादी को दो साल हो गये, तेरा अब तक बच्चा क्यो नही हो रहा। शराब के नशे में ही मोनू ने बलराम के शारीरिक कमजोरी और मर्दानगी को लेकर सवाल उठा दिये, जिससे तैश में आकर बलराम ने झुमन के साथ मिलकर मोनू पर पास में पड़े बड़े पत्थर को उठाकर सिर पर ताबड़तोड़ हमला शुरू कर दिया। झुमन साहू भी पत्थर उठाकर मोनू के चेहरे पर हमला करने लगा। हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करनेे के लिए मृतक मोनू का लोवर और अंडर वियर उतारकर बकायदा शव से थोड़ी दुर रख दिया, ताकि पुलिस यह यह पूरा मामला अवैध संबंध का लगे।
आरोपियों की माने तो हत्या की वारदात के बाद दोनों आरोपी देर रात ही जामुल निवासी यशवंत यादव नामक दोस्त के घर पहुंचे। यहां उन्होने यशवंत को घटना की जानकारी दी दी फिर उसके साथ मिलकर मशुरिया तालाब में जाकर खुन लगे कपड़े व चप्पल बेल्ट को जला दिया गया, ताकि पुलिस को कोई को कोई सुराग ना मिल सके। यशवंत यादव से मिले लोवर व टीशर्ट को पहनकर दोनों आरोपी वापस घर आ गये और वापस आकर मृतक मोनू के सभी अंतिम संस्कार के कार्यक्रमों में उपस्थित रह कर पुलिस के कार्यवाहियों पर लगातार नजर बनाये हुए थे।
इस पूरे प्रकरण के खुलासे के बाद पुलिस ने हत्याकांड में शामिल दोनों मुख्य आरोपी के साथ ही इस मामले को जानने के बाद भी आरोपियो का साथ देने वाले उनके दोस्त यशवंत को गिरफ्तार कर लिया है। दुर्ग एसपी बद्रीनारायण मीणा ने बताया कि पुलिस की टीम ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने के लिए काफी मेहनत की, जिसका परिणाम रहा कि 72 घंटे के भीतर वारदात में शामिल तीनों आरोपियों के साथ ही वारदात से जुड़े प्रमुख साक्ष्य पुलिस ने जब्त कर लिया है।