Mahadev Satta App Durg | महादेव सट्टा एप का बड़ा खुलासा, 11 आरोपी गिरफ्तार, 5 करोड़ के लेनदेन से साइबर ठगी का पर्दाफाश

Mahadev Satta App Durg | Big disclosure of Mahadev Satta App, 11 accused arrested, cyber fraud exposed with transaction of 5 crores
दुर्ग, छत्तीसगढ़, 3 जून 2025। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पुलिस को ऑनलाइन सट्टा और साइबर ठगी के खिलाफ एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने महादेव सट्टा एप से जुड़े एक संगठित नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें 8 म्यूल खाताधारक और 3 मुख्य खाईवाल शामिल हैं। इससे पहले भी इसी केस में 11 अन्य म्यूल अकाउंट होल्डर पकड़े जा चुके हैं, जिनके खातों से करीब 22 लाख रुपये की राशि होल्ड की गई थी।
शिकायत से खुला राज, बैंक खाते से हुआ 5 करोड़ का ट्रांजेक्शन
इस कार्रवाई की शुरुआत वैशाली नगर स्थित केनरा बैंक के शाखा प्रबंधक परमात सिंह सिंगोंदिया की शिकायत के बाद हुई। बैंक की जांच में खुलासा हुआ कि एक खाताधारक उमा शर्मा, जिन्होंने पार्लर चलाने के नाम पर सिर्फ 700 रुपये जमा कर खाता खोला था, उनके खाते से फरवरी महीने में 5 करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन हुआ। अधिकांश ट्रांजेक्शन दिल्ली से किए गए थे।
देहरादून से चल रहा था सट्टे का संचालन
पूछताछ में पता चला कि यह ऑनलाइन सट्टा नेटवर्क देहरादून से संचालित किया जा रहा था। पुलिस ने जब वहां दबिश दी, तो बिहार निवासी नीतीश कुमार पकड़ा गया, जिसने कबूला कि वह बिहार के दीपक कुमार नामक सट्टा सरगना के लिए काम करता है। नीतीश ने बताया कि उन्होंने छत्तीसगढ़, खासकर भिलाई से करीब 20,000 रुपये में बैंक खाते खरीदे और उन्हें क्रिकेट सट्टा एप्स में इस्तेमाल किया।
‘लोटस’, ‘बप्पा’, ‘रामजनो’ जैसे पैनलों का संचालन
नीतीश कुमार ‘लोटस, बप्पा, रामजनो, और गोविंदा जैसे पॉपुलर ऑनलाइन सट्टा पैनलों को संचालित करता था। पुलिस ने उसके पास से 3 लैपटॉप, 3 मोबाइल फोन, 1 कार, 9 एटीएम कार्ड, 8 पासपोर्ट और 2 चेकबुक जब्त की हैं।
जांच में जुटी पुलिस, देशभर से जुड़े तार
दुर्ग पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में इस मामले की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। पुलिस को शक है कि यह नेटवर्क पूरे भारत में फैला है और इसका सीधा संबंध महादेव सट्टा एप से है। बैंक खातों की लेनदेन हिस्ट्री, आईपी ऐड्रेस और संदिग्ध ट्रांजेक्शन की गहराई से जांच की जा रही है।
पुलिस की अपील
दुर्ग पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी परिस्थिति में अपना बैंक खाता, एटीएम, पासबुक या दस्तावेज किसी अजनबी को न सौंपें, क्योंकि इसका दुरुपयोग कर उन्हें अपराधों में फंसाया जा सकता है।