Loud Speaker Controversy | छत्तीसगढ़ पहुंचा लाउड स्पीकर विवाद, सुप्रीम कोर्ट का आदेश क्यों पालन नही करा पा रही प्रशासन ?
1 min readLoud speaker dispute reached Chhattisgarh, why is the administration unable to comply with the order of the Supreme Court?
डेस्क। मस्जिद के लाउड स्पीकर से जुड़ा विवाद अब रायपुर पहुंच गया है। गुरुवार दोपहर इस सिलसिले में हिंदू स्वाभिमान संगठन के लोग कलेक्टर से मिलेंगे। संगठन से जुड़ी भाजपा पार्षद विश्वदिनी पांडेय ने बताया कि लाउड स्पीकर से अजान पर प्रतिबंध लगाने के लिए हम रायपुर के कलेक्टर सौरभ कुमार से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौपेंगे।
संगठन की तरफ से कहा गया है कि साउंड सिस्टम इस्तेमाल करने का नियम सुप्रीम कोर्ट ने तय कर रखा है। फिर ये नियम मस्जिदों पर प्रशासन क्यों लागू नहीं करवा पा रहा है। अब रायपुर के कलेक्टर से मांग की जाएगी कि इसकी आवाज पर नियंत्रण लगाया जाए या फिर लाउड स्पीकर के इस्तेमाल को ही रोका जाए।
शिवसेना कर चुकी है मांग –
कुछ दिन पहले रायपुर में शिवसेना ने भी कुछ ऐसी मांग की थी। प्रतिनिधि मंडल में शामिल शिवसेना नेता सुनील कुकरेजा ने कहा हमने सभी जाति धर्म के धार्मिक स्थलों मे बजने वाले लाउड स्पीकर की आवाज को कम करने को लेकर ज्ञापन दिया है। हम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन कराया जाए। सुप्रीम कोर्ट ने साउंड सिस्टम यूज करने को लेकर गाइडलाइन जारी की है। ताकि ध्वनि प्रदूषण से बचा जाए।
शिव सैनिकों ने कहा कि जैसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने आदेश जारी किया कि सभी धार्मिक स्थलों के लाउडस्पीकर की आवाज धीमी की जाए, और वहां इसे लागू किया गया। वैसे ही इसे छत्तीसगढ़ में भी लागू किया जाए। नेताओं ने ये भी कहा कि आने वाले समय में लाउडस्पीकर की आवाज कम नहीं होती है तो प्रदेशभर में आंदोलन किए जाएंगे
महाराष्ट्र सरकार का फैसला –
लाउडस्पीकर विवाद के बाद महाराष्ट्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया। नए आदेश के मुताबिक, महाराष्ट्र में अब धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर लगाने से पहले राज्य सरकार से अनुमति लेना अनिवार्य होगा। महाराष्ट्र के गृह मंत्रालय ने एक आदेश में कहा है कि किसी भी धार्मिक स्थल पर लाउडस्पीकर के इस्तेमाल के लिए अब प्रशासन से इजाजत लेनी होगी।
क्या है विवाद? –
विवाद की शुरुआत महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के बयान के बाद हुई थी। दरअसल, राज ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार को चेतावनी दी थी। ठाकरे ने कहा था कि मनसे कार्यकर्ता मस्जिदों के बाहर स्पीकर लगाएंगे और हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। इसके बाद कई जगहों पर विवाद की खबरें आई थीं।