September 21, 2024

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KONDAGAON BREAKING : पुलिस ने सुलझाई अंधे कत्ल की गुत्थी, 48 घण्टे के भीतर 3 आरोपियों को किया गिरफ्तार

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नीरज उपाध्याय/कोंडागांव :- कोंडागांव पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने रविवार को अपने कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने का खुलासा किया है। मामला मकड़ी व फरसगांव पुलिस की संयुक्त कार्यवाही है। उपरोक्त प्रकरण में एक ही युवक के प्यार में दो युवतियां पड़ गयी थी। प्यार का पागलपन इतना बढ़ गया कि एक युवती ने अपने परिजनों के साथ मिल कर दूसरी युवती की हत्या तक कर दी। इधर घटना की जानकारी मिलते ही एसपी के निर्देशन पर माकड़ी व फरसगांव पुलिस की संयुक्त टीम ने 48 घण्टे के भीतर अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाई और घटना में संलिप्त 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है वहीं एक विधि से संघर्षरत बालक को निरुद्ध किया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार माकड़ी उमरगांव नाले में 8 जुलाई की सुबह एक अज्ञात शव की जले हुए अवशेष मिले थे। जिसको ग्रामीणों ने देखा और इसकी सूचना तत्काल माकड़ी पुलिस को दिया। चूंकि क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है इस कारण जली हुई लाश बह चुकी थी लेकिन उसके कुछ ही अवशेष दिखाई मिल गए। इस सम्बंध में माकड़ी के थाना प्रभारी सोनसिंह सोरी ने बताया कि उमरगांव जंगल के समीप स्थित नाले में अज्ञात शव को जलाया गया था। जहां पर उसके कंकाल का अवशेष मिलने की सूचना पर हमने स्टाफ के साथ जाकर तस्दीक किया। उक्त कंकाल के अवशेष को देखने पर शव महिला का है या पुरुष का पता नही चल रहा था। प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के निर्देश पर फॉरेंसिक टीम को सूचना दी गयी।

इसी बीच फरसगांव थाने में 11 मई को ग्राम नौकाबेड़ा निवासी 24 वर्षीय युवती का गुम होने की शिकायत दर्ज होने पर फरसगांव पुलिस द्वारा भी गुम युवती की लगातार पता तलाश की जा रही थी। घटनास्थल के निरीक्षण के दौरान वहां चूड़ी बरामद हुई, जिसे बरामद कर पुलिस ने अज्ञात कंकाल की शिनाख्ती के लिए भेजा तो उसकी पहचान नौकाबेड़ा की गुम युवती प्रमिला मरकाम के रूप में हुई।

शिनाख्ती के पश्चात मामला प्रथम दृष्टिया हत्या का होना पाए जाने पर माकड़ी पुलिस ने धारा 302, 201 भादवि कायम कर विवेचना में लिया। ततपश्चात पुलिस उच्चधिकारियों के मार्गदर्शन में माकड़ी एवं फरसगांव थाना की संयुक्त टीम गठित कर आरोपियों की पता तलाश हेतु विवेचना शुरू की गई। परिणास्वरूप 48 घण्टे के भीतर आरोपीगण यमुना यादव उम्र 23 वर्ष उसके पिता रामप्रसाद यादव, जीजा सोमारू यादव के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य पाए जाने पर दिनांक 10 जुलाई को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश करते हुए जेल भेजा गया। वहीं विधि से संघर्षरत एक बालक को निरुद्ध किया गया है।

सम्पूर्ण कार्यवाही में एसडीओपी निमितेश सिंह परिहार, निरीक्षक भापेंद्र साहू, निरीक्षक सोनसिंह शोरी, उप निरी. प्रमोद कतलम, अनंत पांडे, स.उ.नि. राजकुमार कोमरा, राकेश भोयर, गिरीश कतलम, प्र.आर बिना मंडावी, आर. घनश्याम यादव, विष्णु मरकाम, राजू पाणिग्रही, गजानंद यादव, प्रेमलता दीवान व किरण नेताम की अहम भूमिका रही

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