कोंडागांव | इतिहास गवाह है ! महिलाओं का शोषण होता है तो मोमबत्तियां नहीं लंका जलाई जाती हैं, दुराचारियों को नहीं बख्शेगा आदिवासी समाज- यतींद्र छोटू सलाम
1 min readनीरज उपाध्याय/कोंडागांव:- कोंडागांव जिले में आदिवासी महिलाओं और बालिकाओं के साथ लगातार अनाचार की घटनाएं प्रकाश में आ रही हैं। हाल ही में कोंडागांव के साथ साथ माकड़ी, फरसगांव एवं विश्रामपुरी में आदिवासी बालिकाओं के साथ घटित अपराध इस मामले के ताजा उदाहरण हैं। इन तमाम अपराधों व मुद्दों को लेकर अब सर्व आदिवासी समाज में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है। आदिवासी समाज युवा प्रभाग के जिलाध्यक्ष यतींद्र सलाम ने मीडिया के माध्यम से अपराधियों को अंतिम चेतावनी भी दे दी है। साथ ही ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए आगामी 7 दिसंबर को सम्पूर्ण कोंडागांव जिला बंद करवाने का आवाहन भी किया है।
इस सम्बंध में आदिवासी समाज युवा प्रभाग के जिलाध्यक्ष यतींद्र सलाम का कहना है कि जिले में महिलाओं और बालिकाओं के साथ लगातार अपराध हो रहे हैं। अधिकांश मामलों में एक समाज विशेष के युवक ही आरोपी के रूप में गिरफ्तार हो रहे हैं। जिसमें उदाहरण के रूप में कोंडागांव नगर के गांधी वार्ड, माकड़ी, विश्रामपुरी और फरसगांव में आदिवासी बालिकाओं के साथ अनाचार के मामले में गिरफ्तार हुए सभी आरोपी समाज विशेष के हैं।
यतींद्र सलाम ने कहा कि जिस प्रकार से कोंडागांव में समाज विशेष के द्वारा जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर मेरे खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई है। उन्हें यह बताना चाहता हूं कि जिले में अनाचार के जो मामले सामने आए हैं उनमें गिरफ्तार अधिकांश आरोपियों के नाम के आगे समाज विशेष का सम्बोधन लगा हुआ है। उदाहरण के रूप में फिरोज खान, इम्तियाज खान, शाहिद आलम आदि नाम सामने आए हैं। जिन्होंने मेरे खिलाफ कार्यवाही की मांग की है उन्हें यह सोचना चाहिए कि सभी आरोपी उसी समाज के ही क्यों हैं।
यतींद्र ने कहा कि यह वही भारत देश है जहां महिलाओं से दुर्व्यवहार व अनाचार करने वालों के खिलाफ मोमबत्तियां नहीं लंका जला दी गई थी। इसलिए अब बस्तर में लव जिहाद करने वालों और उन्हें संरक्षण देने वालों को बख्शा नही जाएगा। सर्व आदिवासी समाज ऐसे कृत्यों का पुरजोर विरोध करता है।