केशकाल | तेंदूपत्ता संग्रहण को लेकर प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ आयोजन, 28,400 बोरे तेंदूपत्ता संग्रहण का है लक्ष्य….

नीरज उपाध्याय/केशकाल:- तेंदूपत्ता का सीजन आते ही जिला यूनियन केशकाल के अंतर्गत तेंदूपत्ता संग्रहण की तैयारियां लगभग पूर्ण हो चुकी हैं। 28,400 मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य पूरा करने के लिए बूटा कटाई का कार्य भी लगभग पूर्ण हो चुका है। अब केशकाल वनमण्डलाधिकारी गुरुनाथन एन के निर्देशानुसार एसडीओ सुषमा जे. नेताम, उप प्रबंध संचालक राजेश कश्यप, केशकाल रेंजर एस,आर ठाकुर, विश्रामपुरी रेंजर फिरोज बेग एवं वन विभाग के अधिकारियों के नेतृत्व में जोनल, यूनियन, समिति एवं ग्राम स्तर पर कार्यशाला आयोजित कर फड़मुंशियों एवं फड़अभिरक्षकों को अच्छी गुणवत्ता के पत्ते संग्रहित करने एवं समयानुसार समस्त उपचारण कार्य करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। इसी तारतम्य में गुरुवार को भी केशकाल वनमंडल अन्यर्गत विभिन्न ग्रामो में प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित हुई। जहां फड़मुंशियों एवं फड़अभिरक्षकों को तेंदूपत्ता शाखकर्तन (शाख को काटना), संग्रहण, भंडारण और परिवहन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई।
इस सम्बंध में उप वनमण्डलाधिकारी सुषमा जे. नेताम ने बताया कि तेंदूपत्ता संग्रहण ग्रामीण क्षेत्रों में आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, जो लाखों लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार देता है। छत्तीसगढ़ सरकार ने तेंदूपत्ता संग्रहण दर को 5500 रुपये प्रति मानक बोरा निर्धारित किया है, जो पहले 4000 रुपये प्रति मानक बोरा था। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य संग्राहकों को तेंदूपत्ता संग्रहण की सही प्रक्रिया, नियमों और योजनाओं की जानकारी देना था। ताकि वे तेंदूपत्ता संग्रहण के दौरान किसी भी समस्या से बच सकें और अपना काम कुशलता से कर सकें। इसके लिए सभी जोनल, नोडल, फड़मुंशी एवं फड़अभिरक्षक अपने अपने दायित्वों के निर्वहन हेतु प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं।