केशकाल | खतरों से खेल रहे हैं यात्री बस के चालक, घाटी में कभी भी पलट सकती हैं बसें, बड़ी घटना होने के इंतजार में है प्रशासन..? देखिए वीडियो….

नीरज उपाध्याय/केशकाल:– केशकाल घाट के सड़कों की स्थिति आज जगजाहिर है। घाट की दशा इतनी खराब है कि यहां के मोड़ों में 4-5 फ़ीट गहरे गहरे गड्ढे हो गए हैं। इसलिए घाटी में जब यात्री बसें मुड़ने का प्रयास कर रही हैं, तो चढ़ते एवं उतरते वक्त बसें लगभग पलटने की कगार पर हैं। गड्ढों के कारण मुड़ते वक्त बसों का निचला हिस्सा सड़क से टकराने लगा है। इससे बसों को तो नुकसान पहुंच ही रह है, साथ ही बसों में सफर कर रहे लोगों में भी डर का माहौल है।
आपको बता दें कि कोंडागांव कलेक्टर कुणाल दुदावत के निर्देशानुसार राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के द्वारा 23 सितम्बर से केशकाल शहर में सड़क के नवीनीकरण का कार्य शुरू करवाया गया था। जैसे तैसे शहर की दशा तो सुधर गई है। लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग को चाहिए था कि शहर के बाद प्राथमिकता के आधार पर घाटी के मोड़ों की भी मरम्मत की जाए। ऐसा हुआ भी, एनएच विभाग के अधिकारी दल बल लेकर घाट में नजर जरूर आ रहे हैं लेकिन गड्ढे भरने का कार्य कछुआ गति से चल रहा है। जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
ज्ञात हो कि घाट की खराब सड़कों के कारण घाटी में आए दिन जाम की स्थिति बन रही है। इस जाम दुष्प्रभाव आम जनता के साथ साथ केशकाल पुलिस को भी झेलना पड़ रहा है। चूंकि केशकाल पुलिस की टीम 24 घण्टे घाट में तैनात रहकर धूल फांकते हुए आवागमन बहाल करवाने में जुटी हुई है। आलम यह है कि पुलिस विभाग के कई जवान धूल खाकर बीमार भी पड़ने लगे हैं। लेकिन उन जवानों की भी कोई सुनवाई नहीं है।
अब देखना होगा कि समाचार लगने के बाद क्या स्थानीय प्रशासन व राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग इस मामले पर संज्ञान लेकर घाट दुरुस्त करने की गति को तेज करवाता है। या फिर इसी तरह मूकदर्शक बन कर किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार करते रहेंगे यह जनचर्चा का विषय बना हुआ है।