केशकाल | लिहागांव में हुआ जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन, समस्याओं का हुआ त्वरित निराकरण…
1 min readनीरज उपाध्याय/केशकाल:– बड़ेराजपुर ब्लॉक के ग्राम लिहागांव में शुक्रवार को जिलास्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम ने भारत माता और छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र पर दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण कर किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। शिविर में कुल 479 आवेदन प्राप्त हुए जिनमें से कुछ का निराकरण मौके पर ही कर दिया गया। शेष आवेदनों के त्वरित निराकरण के लिए कलेक्टर कुणाल दुदावत ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए। कलेक्टर ने बताया कि इस तरह के शिविरों का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर लोगों की समस्याओं का समाधान करना है।
केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम ने शिविर में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि लिहागांव के पास स्थित आमगांव में एक पुलिया की स्वीकृति हो चुकी है जिससे आवागमन में सुधार होगा। उन्होंने बिजली की समस्या को गंभीरता से लेते हुए कहा कि बड़ेराजपुर क्षेत्र में जल्द ही बिजली आपूर्ति की समस्या का समाधान किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसानों को सिंचाई के लिए किसी तरह की दिक्कत न हो और स्कूली बच्चों को रात में पढ़ाई के लिए पर्याप्त रोशनी मिल सके। छोटे व्यापारियों जैसे राइस मिल संचालकों को भी बिना रुकावट के काम करने का अवसर मिलेगा।
विधायक ने बताया कि क्षेत्र में एक सब-स्टेशन का निर्माण पूर्व में प्रस्तावित था, उसे फिर से शुरू करने के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने धान का समर्थन मूल्य का जिक्र करते हुए कहा की किसानों के हित में धान की खरीदी 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर की जा रही है जिससे किसानों को आर्थिक लाभ मिल रहा है। साथ ही किसानों को पिछले दो वर्षों का बकाया बोनस भी दिया गया है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार द्वारा चलाई जा रही महतारी वंदन योजना के बारे में भी अपने वक्तव्य में कहा की सरकार द्वारा हर महीने 1000 रुपये की आर्थिक सहायता महिलाओं को दी जा रही है। इससे महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाया जा रहा है। विधायक टेकाम ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सरकार के आने से आवास निर्माण में गति आई है।
वन भूमि पट्टा धारकों से पेड़ लगाने की अपील-
विधायक टेकाम ने वन भूमि पट्टा धारकों से वन भूमि पर कम से कम 50 पेड़ लगाने और उनकी देखभाल करने की अपील की। उन्होंने स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत लोगों से अपने आस-पास के क्षेत्रों, धार्मिक स्थलों, स्कूलों और पंचायत भवनों को साफ-सुथरा रखने का आग्रह किया।
कलेक्टर कुणाल दुदावत ने अपने संबोधन में कहा प्रदेश के मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार विभिन्न ग्राम पंचायतों में जिलास्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन लगातार किया जा रहा है। हमारा लक्ष्य है कि हर महीने कम से कम दो शिविर आयोजित किए जाएं। ताकि लोगों की ज्यादा से ज्यादा समस्याओं का हल हो सके। इस दौरान कलेक्टर ने बताया की शिविर में प्राप्त आवेदनों की जिला स्तर पर मॉनिटरिंग भी की जाती है ताकि समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके। कलेक्टर ने प्रधानमंत्री जी के निर्देशानुसार 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलाए जा रहे स्वच्छता पखवाड़ा के तहत स्वच्छता ही सेवा अभियान में सभी की भागीदारी की आवश्यकता बताई। उन्होंने लोगों से अपने ग्राम स्तर पर सफाई अभियान में भाग लेने और स्कूल, आंगनवाड़ी, पंचायत भवन तथा धार्मिक स्थलों की साफ-सफाई सुनिश्चित करने की अपील की।
पूर्व विधायक सेवक राम नेताम ने जनसमस्या निवारण शिविर को जनता के हित में एक महत्वपूर्ण पहल बताते हुए कहा कि इससे शासन की योजनाओं का लाभ दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंच सकेगा। उन्होंने कहा कि यह शिविर क्षेत्र के लोगों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए आयोजित किया गया है और सभी को इसका लाभ उठाना चाहिए।
शिविर में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 167 आवेदन, मनरेगा से संबंधित 100 आवेदन और श्रम विभाग द्वारा 43 श्रमिकों का पंजीकरण किया गया। शिविर में 188 लोगों को वनाधिकार पत्र प्रदान किए गए। इसके अतिरिक्त, समाज कल्याण विभाग द्वारा 4 व्हीलचेयर, 3 बैसाखी, 20 छड़ी, 1 वॉकर और 7 हियरिंग एड का वितरण किया गया।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों में प्रमिला मरकाम, जेठूराम मंडावी, सोभन मरकाम, राधेलाल बघेल, बुधसन नेताम, संगीता पोयाम, सरिता नेताम और हीरालाल नेताम उपस्थित रहे। कार्यक्रम में जिला स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद थे जिन्होंने विभिन्न विभागों की योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाया।