November 24, 2024

The News Wave

सच से सरोकार

Kanker Naxal Encounter Video | देश के सबसे बड़े नक्सल एनकाउंटर का Live वीडियो, देखें यहां ..

1 min read
Spread the love

Kanker Naxal Encounter Video | Live video of the country’s biggest Naxal encounter, watch here..

कांकेर। नक्सलियों के विरुद्ध हुई अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई में कांकेर जिले में जवानों ने 25-25 लाख के दो इनामी समेत 29 नक्सली ढेर कर दिए हैं। इस मुठभेड़ का वीडियो सामने आया है, जिसमें जवान नक्‍सलियों की घेराबंदी के लिए मूवमेंट करते नजर आ रहे हैं। इस दौरान जवानों ने फायरिंग भी की। वीडियो में जवान आड़ लेते हुए आगे बढ़ने की बात कह रहे हैं।

छत्‍तीसगढ़ के कांकेर में नक्‍सलियों के खिलाफ मुठभेड़ को लेकर आइजी बस्तर पी सुंदरराज ने जानकारी दी। आइजी सुंदरराज ने कहा, कल सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई जो करीब 4 घंटे तक चली। डीआरजी और बीएसएफ की टीमों ने इलाके की घेराबंदी की और परिणामस्वरूप 29 सीपीआइ नक्‍सली मारे गए शव बरामद किए गए, जिनमें 15 महिलाएं और 14 पुरुष थे। मौके से एक एके-47, दो इंसास, एक कार्बाइन के साथ भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया। नक्सलियों के शवों का पोस्टमार्टम चल रहा है।

मंगलवार को बीएसएफ और डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) को संयुक्त कार्रवाई में यह सफलता मिली है।जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ ऐसे समय पर हुई है, जब तीन दिन बाद पहले चरण (19 अप्रैल) में बस्तर में मतदान होना है। बता दें, 14 अप्रैल को राजनांदगांव में चुनावी सभा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्र की सत्ता में तीसरी बार काबिज होने पर नक्सलमुक्त छत्तीसगढ़ का संकल्प लिया था।

नक्‍सलियों के साथ मुठभेड़ में तीन जवान भी घायल –

मारे गए नक्सलियों की संख्या अभी और बढ़ने की उम्मीद है। मुठभेड़ मंगलवार को दोपहर डेढ़ से शाम साढ़े चार बजे तक चली। मारे गए नक्सलियों में 25 लाख रुपये का इनामी रावघाट कमेटी प्रभारी शंकर राव तथा 25 लाख की इनामी उत्तर बस्तर डिविजन प्रभारी ललिता माड़वी भी शामिल है।

प्रतापपुर एरिया कमेटी कमांडर राजू सलाम भी मारा गया है। मुठभेड़ के दौरान बीएसएफ इंस्पेक्टर को पैर में गोली लगी है। डीआरजी के दो जवानों के भी घायल हुए हैं। तीनों को हवाई मार्ग से रायपुर भेजा गया है। इसी महीने दो अप्रैल को बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों के जवानों ने मुठभेड़ में 13 नक्सली मारे थे।

आइजी-डीआइजी ने बताया बड़ी सफलता –

बस्तर के आइजी पी सुंदरराज तथा बीएसएफ के डीआइजी आलोक कुमार सिंह ने नक्सल विरोधी अभियान में इसे बड़ी सफलता करार दिया है। उन्होंने बताया कि थाना छोटेबेठिया से लगभग 14-15 किमी दूर डीआरजी एवं बीएसएफ की संयुक्त पार्टी और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। नक्सलियों से सात एके-47 और तीन एलएमजी हथियार और इंसास रायफल भी बरामद किए गए हैं।

कांकेर के एसपी आइके एलेसेला ने बताया कि चुनाव के दौरान हिंसा के लिए महाराष्ट्र की सीमा से सटे इस क्षेत्र में नक्सलियों की बैठक की सूचना के आधार पर संयुक्त कार्रवाई करते हुए घेराबंदी की गई। नक्सलियों ने जवाबी हमला किया परंतु उन्हें पहाड़ी क्षेत्र में नीचे की तरफ भागने को मजबूर होना पड़ा। जवानों को इसका लाभ मिला और उन्हें ढेर कर दिया। जानकारी के अनुसार मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों के ढाई सौ से तीन सौ जवान जंगल से नक्सलियों के शवों को लाने गए। इन शवों को पखांजूर लाया गया है।

सेंट्रल कमांडर रामदेव के होने की सूचना पर कार्रवाई –

डीआइजी इंटेलिजेंस आलोक कुमार सिंह ने बताया, नक्सली शंकर राव और दूसरे सीनियर सेंट्रल कमांडर रामदेव की उपस्थिति की सूचना मिलने के बाद कार्रवाई की गई। 185 से 200 नक्सलियों के जुटने की पुख्ता जानकारी थी। इसके बाद नक्सलियों को चारों ओर से घेरकर हमला किया गया।

पिछले 20 दिनों में 48 नक्सली ढेर –

इधर छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद विष्णुदेव साय की सरकार में पिछले साढ़े तीन माह में हुई मुठभेड़ों में 80 नक्सलियों के मारे जाने से जवान भी उत्साहित है। पिछले 20 दिनों में ही 48 नक्सलियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया है।

10 अप्रैल को हुई थी उच्‍च स्‍तरीय बैठक –

नौ और 10 अप्रैल को दो दिवसीय दौरे के दौरान गृह सचिव अजय कुमार भल्ला और आइबी के डायरेक्टर तपन कुमार डेका नक्सलियों के विरुद्ध निर्णायक कार्रवाई की रणनीति बनाने के लिए रायपुर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने 10 राज्यों के मुख्य सचिवों और डीजीपी के साथ आनलाइन बैठक भी की थी। उस दौरान शांतिपूर्ण लोकसभा चुनाव और नक्सल इलाकों में इंटेलीजेंस ब्यूरो के इनपुट के आधार पर खुफिया आपरेशन की रणनीति भी बनाई गई थी। अधिकारियों ने बताया था कि खुफिया सूचना पर कश्मीर के आतंकियों की तरह ही छत्तीसगढ़ के नक्सलियों पर लक्ष्य आधारित कार्रवाई की जाएगी। कांकेर के मुठभेड़ में भी बैठक का असर सीधे तौर पर दिख रहा है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, मैं सभी जवानों और सुरक्षा अधिकारियों को बधाई देता हूं। नक्सल मामलों के इतिहास की यह सबसे बड़ी सफलता है। नक्सलियों से यह कहना चाहते हैं कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ें। विकास की मुख्यधारा में शामिल हों।

उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, गृह मंत्री के दिशा निर्देश के बाद प्रदेश सरकार आपरेशन मोड में है। लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किसी भी स्तर पर ढील नहीं दी जा सकती। नक्सलियों को जवाबी कार्रवाई का कोई मौका नहीं देंगे।

उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा, जवानों के साहस के जज्बे को सलाम है। कांकेर के दक्षिण में और नारायणपुर के उत्तर में माड़ के एक क्षेत्र में यह आपरेशन हुआ। इसमें बड़ी संख्या में नक्सली मारे गए। मैं सुरक्षा बलों के जवानों को श्रेय देना चाहता हूं। सीआरपीएफ, डीआरजी, सीएफ के जवानों के ताकत के बूते यह हो पाया है। इसके लिए मैं पुलिस अधिकारियों की भी प्रशंसा करता हूं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में हम काम कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा मार्गदर्शन इसके पीछे हैं। बस्तर को अमन चाहिए हम नक्सलियों से संवाद को तैयार हैं।

शाह ने दी बधाई संकल्प भी दोहराया –

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट में लिखा है- नक्सलवाद विकास, शांति और युवाओं के उज्ज्वल भविष्य का सबसे बड़ा दुश्मन है। पीएम मोदी के नेतृत्व में हम देश को नक्सलवाद के दंश से मुक्त करने के लिए संकल्पित हैं। सरकार की आफेंसिव नीति और सुरक्षा बलों के प्रयासों से आज नक्सलवाद सिमट कर एक छोटे से क्षेत्र में रह गया है। जल्द ही छत्तीसगढ़ व देश नक्सलमुक्त होगा।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *