चमत्कारी श्री जिनकुशल सूरि जैन दादाबाड़ी में दादागुरुदेव की बड़ी पूजा, कोरोना नियमों का सख्ती से पालन
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रायपुर । श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर व दादाबाड़ी भैरव सोसायटी में अमावस्या को दादागुरुदेव की बड़ी पूजा हुई ।जिसमे संजीवनी में भर्ती श्री मति पुष्पा ठाकुर के स्वास्थ्य लाभ निमित्ते ठाकुर परिवार ने भी पूजा में लाभ लिया व आरोग्य हेतु दादागुरुदेव से प्रार्थना की ।जैन धर्म में विक्रम संवत 1132 में प्रथम दादा गुरुदेव श्री जिनदत्त सूरी जी का धोलका में जन्म हुआ मात्र नव वर्ष की उम्र में इन्होंने संयम ग्रहण किया इनके ऊपर सरस्वती देवी की महती कृपा थी इनके साधना व ज्ञान बल को देख कर इन्हें 35 वर्ष की उम्र में आचार्य पद चितौड़ संघ की अनुमति से प्रदान कर नाम आचार्य श्री जिनदत्त सूरी रखा गया उपरोक्त जानकारी श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर व दादाबाड़ी ट्रस्ट के अध्यक्ष संतोष बैद एवं महासचिव महेन्द्र कोचर ने दी । अध्यक्ष संतोष बैद ने कहा कि कोरोना काल में यह जीवन प्रभु की अमानत है , इसको सहेजना ही उसकी इबादत है । पथ की विषमता प्रकृति की आदत है , और कर्मवीर का कर्मक्षेत्र में स्वागत है । श्री सीमंधर स्वामी व दादागुरुदेव की पूजा प्रार्थना से कोरोना को जीतना है । प्रथम दादा ने अपनी उच्च कोटि की साधना से अनेक सिध्दियां प्राप्त कर जैन शासन की अपूर्व सेवा की अपनी सिद्धियों द्वारा इन्होंने मुगल पूत को जीवित किया विक्रमपुर में हैजा महामारी से पूरे नगरवासियों को रोग मुक्त कराया हम भी आज दादागुरुदेव से करोना मुक्ति की प्राथना करेगे । इसी के साथ बड़ी पूजा का विधान स्थापना के मंत्रोच्चार के साथ नारियल पान लोंग मॉर्बल की कलात्मक छतरी में विराजमान चारो दादा गुरुदेव की मूर्ति को समर्पित कर पूजा का आगाज किया इसी के साथ संगीतमय स्वर में गायक निर्मल पारख ने गुरु प्रतिख रूप सुगुरुसम दूजो तो नही के साथ प्रथम विधान प्रारम्भ किया शुद्ध जल से मूर्तियों को स्नान कर फिर दुग्ध स्नान कर चंदन समर्पित किया जल चंदन धूप दीप अक्षत नैवेद्य फल व वस्त्र समर्पित कर पूजा के आठ विधान पूर्ण विधि विधान से सम्पन्न कर भाव भक्ति करते हुए दादा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल जाये सच कहता हूं मेरी तगदीर बदल जावे व ध्वज पूजन कर हरख भरी रे देवा हरख भरी के बोलो के साथ शिखर पर चांदी की ध्वजा महिलाओं ने तीन फेरी देकर चढ़ाई पूजा का समापन आरती के साथ संपन्न हुआ पूजा में प्रमुख रूप से निर्मल पारख जयंती लोढा नीलेश गोलछा नरेंद्र लोढा श्रीमती प्रतिभा बाफना सरला बैद नंदा बरमट आदि उपस्थित थे पूजा के लाभार्थी परिवार– श्री नरेन्द्र जी संध्या जी पारख, डॉ सैनी डॉ मयूर जैन नेन्सी मृणाल भंडारी मुंबई , श्री जयंती प्रवेश लोढा -गुमांनचंद कांतिलाल झाबक , स्वर्गीय जानी देवी की स्मृति में मनोहर जी जय पुगलिया ,वर्धमान वार्तिक वैभव चोपड़ा ,बसंत जी जितेंद्र जी नाहर, श्री निलमचन्द डॉ अंसल बरडिया , दिलीप जी दीपक जी कोठारी , मूलचंद संतोष सरला बैद, श्रीमती पुष्पा ठाकुर के स्वास्थ्य लाभ निमिते ठाकुर परिवार थे । प्रभावना का वितरण लाभार्थी परिवारों द्वारा किया गया।