ऐसा भी होता है क्या? : कॉलेज से लौटी बेटी ने अबॉर्शन से किया इंकार, तो माँ-बाप ने मार डाला…
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आंध्रप्रदेश । कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन लगा तो कॉलेज में पढ़ने वाली बेटी घर लौटी। घरवालों को पता चला कि बेटी बिना शादी के ही गर्भवती थी। कुछ दिन तक को बेटी को कमरे में बंद करके रखा कि इस बात की जानकारी गांव में न फैल जाए। पैरेंट्स ने बेटी को अबॉर्शन कराने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया। तब माता-पिता ने बेटी का ही कत्ल कर दिया।
तेलंगाना में गदवल जिले के कालुकुंतला गांव में एक सनसनीखेज मामला सामने आया जहां पैरेंट्स ने कॉलेज में पढ़ने वाली बेटी का घर आने पर कत्ल कर दिया।
दरअसल, आंध्र प्रदेश के कुर्नूल में डिग्री कोर्स कर रही एक लड़की लॉकडाउन लगने पर अपने गांव वापस आई। यहां पैरेंट्स को पता चला कि उनकी बेटी गर्भवती है। परिवार वाले इस बात से डर गए। लड़की का बॉयफ्रेंड भी दूसरी जाति का था इसलिए शादी भी नहीं हो सकती थी। उन्होंने बेटी से अबॉर्शन के लिए कहा तो उसने इनकार कर दिया। तब माता-पिता ने बेटी को ही मारने का प्लान बना लिया। कत्ल करने से पहले उसे एक रूम में कई दिनों तक लॉक करके रखा गया जिससे बेटी की गर्भवती होने की खबर गांव वालों और रिश्तेदारों में न फैले। शनिवार को पिता भास्कराय ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर बेटी की हत्या कर दी। गांव में खबर फैला दी कि स्वास्थ्य कारणों से बेटी की मौत हो गई है। जब वह बेटी के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे तो शक होने पर किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने स्थानीय सरपंच की मदद से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को रुकवाया और बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पोस्टमार्टम में पता लग गया कि लड़की की हत्या हुई है। इसके बाद पुलिस ने लड़की के माता-पिता से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने बेटी की हत्या की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने हत्या के मामले में माता-पिता को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।