CoronaVirusVaccine : कोरोना वैक्सीन ‘Covaxin’ का आज से देश भर में मानव परीक्षण शुरु… जानिए
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नई दिल्ली । भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों ने लगभग 7 लाख का आंकड़ा पार कर लिया है। भारत दुनियां का तीसरा ऐसा देश बन गया है जहां कोरोना संक्रमण ज़ोरों पर है। देश में लगातार रिकॉर्ड तोड़ रहे कोरोना के मामलों के बीच एक बेहद अच्छी खबर आ रही है। आज से देश में कोरोना वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू होने जा रहा है। भारत में बनी इस वैक्सीन का नाम ‘कोवैक्सीन’ (Covaxin) रखा गया है जिसे भारत बॉयोटेक कंपनी ने तैयार किया है।
एक वेबसाइट में छपी खबर के मुताबिक इसका देश के 12 संस्थानों में ट्रायल किया जाएगा। इन संस्थानों में पटना एम्स भी शामिल है। विशेषज्ञों की मानें तो पहले चरण में इसे कम लोगों पर ट्रायल करके देखा जायेगा। सफलता मिलने के बाद ही दूसरे और तीसरे चरण में ट्रायल किया जायेगा।
कैसे किया जायेगा ट्रायल
आज से शुरू होने वाले ह्यूमन ट्रायल का यह पहला चरण है। पहले चरण में कुल 125 लोगों पर कोवैक्सीन के दो डोज दिए जाएंगे। पहली डोज आज देने के बाद 14 दिन बाद अर्थात 21 जुलाई को दूसरी डोज दी जाएगी। अगर सब कुछ सही रहा तो तीनों चरण मिलाकर कुल 375 लोगों पर इस वैक्सीन को जांचा जाएगा। पहले ट्रायल में लगेंगे 28 दिन लगेंगे। तीन अगस्त तक इस वैक्सीन के पहले फेज की सफलता का पता चल जाएगा।
इस वैक्सीन को बनाने वाली कंपनी
भारत बॉयोटेक कंपनी (Bharat Biotech Company) इससे पहले भी अन्य बीमारियों का वैक्सीन बना चुकी है, जिसे दूसरे देशों में सप्लाई भी किया जाता है। कंपनी ने पोलियो, रेबीज, रोटावायरस और जिका वायरस, चिकनगुनिया, जापानी इनसेफ्लाइटिस समेत अन्य बीमारियों का वैक्सीन भी तैयार किया है।
भारत की अन्य कंपनियों ने तैयार की वैक्सीन
आपको बता दें कि भारत बायोटेक के अलावा देश में कई और कंपनियां ने कोरोना वायरस के वैक्सीन निर्माण का कार्य किया है। इन भारतीय फर्मों में ज़ेडियस कैडिला (Zydus Cadila), पैंसिया बायोटेक (Panacea Biotech) और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) भी शामिल है। हालांकि, पैंसिया अभी भी शुरूआती चरण में कार्य कर रही है। ज़ेडियस और सीरम कंपनी ने भी मानव परीक्षणों के लिए केंद्रीय ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइज़ेशन को आवेदन किया है।