Chief Minister’s initiative | Baiga-Guniya-Hadjod will receive an annual honorarium of Rs 5,000.
रायपुर, 7 नवंबर 2025। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की घोषणा के अनुरूप राज्य सरकार ने पारंपरिक वनौषधीय चिकित्सा से जुड़े बैगा, गुनिया और हड़जोड़ समुदाय के चिन्हित व्यक्तियों को प्रति वर्ष ₹5,000 की सम्मान सह-प्रोत्साहन राशि देने की योजना शुरू की है। इस योजना का नाम ‘मुख्यमंत्री बैगा गुनिया हड़जोड़ सम्मान योजना (अनुसूचित जनजाति) वर्ष 2025’ रखा गया है। इसके संबंध में 6 नवंबर को आदिम जाति विकास विभाग ने अधिसूचना जारी की।
इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक जनजातीय चिकित्सा ज्ञान को संरक्षित करना, नई पीढ़ी तक हस्तांतरित करना और इन परंपरागत वैद्यों की आजीविका को सशक्त बनाना है।
परंपरागत ज्ञान को सम्मान
छत्तीसगढ़ के जनजातीय इलाकों में पीढ़ी-दर-पीढ़ी वनौषधीय चिकित्सा का ज्ञान संजोने वाले बैगा, गुनिया और हड़जोड़ समुदाय के लोग अब शासन से आर्थिक सहयोग के पात्र बनेंगे। जो व्यक्ति कम से कम तीन वर्षों से वनौषधीय सेवा में सक्रिय हैं और जिनके परिवार में यह परंपरा दो पीढ़ियों से चली आ रही है, वे योजना के तहत पात्र होंगे।
चयन और वितरण प्रक्रिया
पात्र व्यक्तियों के नाम ग्राम सभा द्वारा अनुशंसित किए जाएंगे।
जनपद स्तर पर गठित समिति जांच और सत्यापन करेगी।
अनुमोदन के बाद कलेक्टर कार्यालय के माध्यम से सम्मान राशि का वितरण किया जाएगा।
पात्र व्यक्तियों की सूची सार्वजनिक रूप से ग्राम सभा में घोषित की जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा –
“बैगा, गुनिया और हड़जोड़ हमारे समाज की जीवंत परंपरा के प्रतीक हैं। उनकी सेवाओं को सम्मान देने और लोक-चिकित्सा परंपरा को जीवित रखने के लिए यह योजना शुरू की गई है। यह पहल जनजातीय संस्कृति के संरक्षण का प्रतीक है।”
