Chhattisgarh | अधिकारी-कर्मचारियों के भविष्य निधि अंतिम भुगतान के तेजी से निराकरण पर हुई कार्यशाला
1 min readWorkshop on speedy resolution of provident fund final payment of officers and employees
रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन के सेवा निवृत्त होने वाले वाले अधिकारियों-कर्मचारियों के जी.पी.एफ. अंतिम भुगतान की कार्यवाही को त्वरित गति से निपटाने के लिए तथा कोषालयों और महालेखाकार कार्यालय के बीच बेहतर समन्वय और तालमेल बनाने को लेकर आज राजधानी रायपुर स्थित महालेखाकार कार्यालय में समस्त कोषालय अधिकारियों की कार्यशाला आयोजित की गई।
कार्यशाला में संचालक कोष लेखा एवं पेंशन, प्रधान महालेखाकार तथा राज्य के कोषालय अधिकारी शामिल हुए। कार्यशाला में राज्य शासन के सेवा निवृत्त होने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों के जी.पी.एफ. अंतिम भुगतान को त्वरित करने हेतु निर्देश दिए गए। संचालक कोष लेखा एवं पेंशन द्वारा सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के जी.पी.एफ. प्रकरण अनिवार्य रूप से तीन माह पूर्व महालेखाकार कार्यालय को प्रेषित किया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। कार्यशाला में प्रधान महालेखाकार कार्यालय एवं कोषालयों के बीच होने वाले समव्यवहारों में आ रही कठिनाईयों एवं उसके निराकरण के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई। कार्यशाला में प्रधान महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) श्री पी.सी. मांझी, प्रधान महालेखाकार (लेखा परीक्षा) श्री यशवंत कुमार, संचालक कोष, लेखा एवं पेंशन श्री नीलकंठ टेकाम सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
ऑडिट सप्ताह 21 नवम्बर से 25 नवम्बर
प्रधान महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) कार्यालय एवं प्रधान महालेखाकार (लेखा परीक्षा) कार्यालय द्वारा संयुक्त रूप से 21 नवम्बर से 25 नवम्बर 2022 तक ऑडिट सप्ताह आयोजित किया जा रहा है।