Chhattisgarh | बिहान से जुड़कर महिलाएं हो रही है सशक्त: छत्तीसगढ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) की महिलाएं समूह
1 min readWomen are getting empowered by joining BIHAAN: Women’s group of Chhattisgarh State Rural Livelihood Mission (BIHAAN)
रायपुर। आजीविका मिशन (बिहान) की महिलाएं समूह से जुड़कर सफलता की नयी कहानियां लिख रही है। यह सब बिहान के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत महिलाओं एवं युवतियों को समूह में गठित कर उन्हंे स्व रोजगार से जोड़ेने से संभव हो पा रहा है। बिहान के माध्यम से जिला बिलासपुर, विकासखंड बिल्हा के ग्राम पंचायत रहंगी की चांदनी महिला स्वयं सहायता समूह के 11 सदस्यों ने मछली पालन व्यवसाय से 2 लाख रूपए की आमदनी प्राप्त कर चुकी है। समूह की इन दीदियों का परिवार व्यक्तिगत रूप से कृषि एवं गैर कृषि कार्य में लगे हुए हैं। योजना से जुड़ने के बाद इन्हें अतिरिक्त आय का साधन मिल गया है। समाज में भी उनका मान अब बढ़ गया है।
11 सदस्यों ने मछली पालन व्यवसाय से 2 लाख रूपए की आमदनी प्राप्त कर चुकी है गौरतलब है कि राज्य सरकार त्रि-स्तरीय पंचायतों में बिहान की सहायता से महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और इसका सार्थक परिणाम भी मिल रहा है। बिहान योजना के तहत समूह को मिलने वाले वित्तीय सहायता एवं लाभ ने इस समूह की दीदियों को अधिक प्रभावित किया। सभी दीदियों ने मिलकर स्वयं सहायता समूह का गठन करने एवं इसके माध्यम से मिलने वाले वित्तीय सहायता एवं लाभ लेकर आर्थिक रूप से अपने परिवार को मजबूत बनाने का निर्णय लिया। समूह की अध्यक्ष श्रीमती अंजली श्रीवास एवं सचिव श्रीमती मीना ध्रुव है। बिहान योजना से जुडने बाद समूह की सभी दीदियों को बिहान योजना के तहत 15 हजार रूपये मिले। इसके एक वर्ष के बाद समूह को सामुदायिक निवेश कोष की राशि 60 हजार प्राप्त हुए। इस राशि का उपयोग करते हुए समूह की दो दीदियों ने अपने परिवार की आय बढ़ाने के उद्देश्य से किराना दुकान और बाड़ी विकास का कार्य प्रारंभ किया। समूह ने ग्राम में ही बने तालाब में सामुहिक रूप से मछली पालन करने की योजना बनाई एवं इस हेतु आवेदन दिया। इसके अलावा समूह की दीदियां ने अपने आय के साधन बढाने के लिए विकासखंड परियोजना प्रबंधन इकाई की टीम की मदद से बैंक में लोन हेतु आवेदन प्रस्तुत किया। जिससे समूह को लोन के रूप में बैंक से 50 हजार रूपये की सहायता राशि प्राप्त हुई। इस राशि में से 17 हजार रूपये की राशि का उपयोग करते हुए समूह ने मछली पालन का कार्य प्रारंभ किया। समूह की दीदियों को मछली पालन का कार्य करते हुए तीन वर्ष से अधिक हो चुका है दीदीयों को इस कार्य से अच्छी आमदनी भी प्राप्त हो रही है। इस कार्य से समूह को अब तक 2 लाख 9 हजार रूपए आय प्राप्त हुई है। जिससे सभी समूह की दीदियां काफी उत्साहित है। चांदनी महिला स्वयं सहायता समूह की सभी दीदियों ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान योजना से जुड़कर गांव की अन्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनने प्रेरित करे रही है।