Chhattisgarh | हमने किए जन घोषणा पत्र में 36 वादों में 34 पूरे, वायदा खिलाफी का इतिहास रमन और भाजपा का – कांग्रेस
1 min readChhattisgarh | We have fulfilled 34 out of 36 promises made in the public manifesto, Raman and BJP’s history of anti-promise – Congress
रायपुर । पत्रकारों से चर्चा करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि 15 सालों तक झूठ फरेब की सरकार चलाने वाले वायदा खिलाफी करने वाले डॉ. रमन सिंह एक बार फिर से झूठ बोल रहे कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र के वायदों को पूरा नहीं किया सिर्फ 19 वायदे पूरे किये है। जबकि कांग्रेस के जन घोषणा पत्र में कुल 36 वायदे किये थे जिसमें से हमने 34 वायदे पूरा कर दिया है।
हम रमन सिंह को अपने घोषणा पत्र की प्रति जिसमें हमारे वायदों का पूरा हिसाब है और भाजपा के संकल्प पत्र जो उन्होंने 2003 और 2008 तथा 2013 में जनता से वायदा किया था दोनों को भेज रहे है जिसको वे पढ़ ले तो शायद उन्हें अपने आप को आईने में देखने में शर्म आयेगी जिस प्रदेश ने उनको 15 सालों तक सिर आंखों पर बैठाया उसके साथ उन्होंने धोखा किया था।
हमने जनघोषणा पत्र के 34 वायदे पूरा किया। शराबबंदी, लोकपाल के दो वायदे अधूरे है जिसमें हमने शराब बंदी के लिये ठोस प्रयास शुरू किया है। 100 से अधिक दुकानों को बंद किय। आज हमारे प्रयासों से रमन सरकार के समय जो छत्तीसगढ़ शराब की खपत में प्रति व्यक्ति गोवा के बाद पहले नंबर पर था वह अब 18वें नंबर पर है। जनघोषणा पत्र के वायदों को पूरा करने का काम हमारी सरकार बनने के पहले घंटे से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुरू किया था, किसानों की कर्जा माफ करने से वह अनवरत पांच सालों तक चलते रहा, यही कारण है कि कांग्रेस की सरकार के प्रति जनता का भरोसा रोज बढ़ते जा रहा है, 5 उपचुनाव, नगरीय निकाय, पंचायत चुनाव सभी में जनता ने कांग्रेस पार्टी के प्रति भरपूर आर्शिवाद दिया है।
वायदा खिलाफी का इतिहास रमन और भाजपा का है –
2003 में हर आदिवासी परिवार को जर्सी गाय देने का वायदा किया, 15 सालों तक नहीं दिया। 2003 में ही हर आदिवासी परिवार से एक को सरकारी नौकरी देने का वायदा किया, नौकरी देना दूर सरकारी नौकरी का सिस्टम बंद कर दिया, वायदा किया था हर बेरोजगार को 500 बेरोजगारी भत्ता देने का नहीं दिया। किसानों से चुनाव दर चुनाव धान पर बोनस देने का वायदा किया चुनाव के बाद कभी बोनस नहीं दिया। 2100 रू. के धान खरीदी करने का वायदा किया था नहीं दिया। वायदा किया था किसानों का दाना-दाना धान खरीदेंगे 10 क्विंटल की लिमिट लगा दिया था, कांग्रेस के आंदोलन के बाद 15 क्विंटल किया था, जिसे इस वर्ष से हमारी सरकार ने बढ़ा कर 20 क्विंटल कर दिया है।
रमन सिंह अपने वायदा खिलाफी से हमारी तुलना करने की कोशिश कर रहे दोनों के घोषणा पत्रों को उनको पढ़ना चाहिये। हकीकत समझ आ जायेगी। कांग्रेस ने किसानों के कर्जमाफी का वायदा पूरा किया 2500 में धान खरीदी का वायदा पूरा किया। बेरोजगारी भत्ते का वायदा पूरा किया। कर्मचारियों से किया वायदा पूरा किया, 1 लाख भर्तियां करने का वायदा पूरा किया। आदिवासियों को जमीन वापस करने का वायदा पूरा किया। खाद्य सुरक्षा के वायदे के तहत 72 लाख राशन कार्ड बनाये। स्वास्थ्य के अधिकार के तहत 65 लाख परिवार खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना के दायरे से दाई दीदी क्लिनिक हाट बाजार क्लीनिक शुरू किया। शिक्षा के अधिकार में स्वामी आत्मानंद स्कूल खोले। आरटीई को मजबूती से लागू किया। ग्रामीण और शहरी आवास में 239730 शहरी और 11 लाख 76 हजार 150 ग्रामीण आवास बनाये शेष आवासों के लिये 3200 करोड़ का अतिरिक्त प्रावधान किया। वन अधिकार कानून के तहत 4 लाख 41 हजार व्यक्तिगत और 50 हजार वन अधिकार पट्टे दिया तथा पेसा कानून के नियम बनाये गये।
शासकीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ता 42 प्रतिशत किया, शिक्षा विभाग के 25000 कर्मचारियों का संविलियन किया, 33 हजार अनियमित कर्मचारियों के वेतन में 27 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी, महिला स्व सहायता समूह का 19 करोड़ का कर्ज माफ किया, गोठानों के माध्यम से महिला समूह को समृद्ध बनाया जा रहा, हमने जो कहा था हमारी सरकार ने वह पूरा किया है।