Chhattisgarh | पुलिस मुखबिरी के आरोप में ग्रामीण की हत्या

Chhattisgarh | Villager murdered on charges of police informer
बीजापुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के ग्राम केशामुंडी में नक्सलियों ने एक ग्रामीण की निर्मम हत्या कर दी। पुलिस मुखबिरी के आरोप में की गई इस हत्या का मामला अब पुलिस जांच के दायरे में है। मृतक की पहचान 41 वर्षीय भदरू सोढ़ी के रूप में हुई है, जो केशामुंडी का निवासी था।
मौके से बरामद हुआ नक्सलियों का पर्चा –
नक्सलियों ने बीती रात भदरू के घर में घुसकर कुल्हारी से सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी। घटनास्थल से भाकपा माओवादी के भैरमगढ़ एरिया कमेटी का एक पर्चा भी बरामद हुआ है, जिसमें लिखा था कि वे भदरू को पहले मार चुके होते, लेकिन वह बच गया था। पर्चे में यह भी उल्लेख था कि उसे गांव में नक्सलियों की जानकारी देने के आरोप में मारा गया है।
चुनावी सुरक्षा में बढ़ी चुनौती –
इस घटना ने छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को और भी चुनौतीपूर्ण बना दिया है। प्रदेश में भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज किया गया है, और केंद्रीय गृह मंत्री ने 2026 तक नक्सलियों का सफाया करने का लक्ष्य रखा है। नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई के साथ-साथ माओवादी क्षेत्रों में नए सुरक्षा बलों के कैंप भी स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे माओवादी गतिविधियों में कमी आ रही है।
आदिवासी ग्रामीणों पर बढ़ता अत्याचार –
हालांकि, इस बढ़ती कार्रवाई का असर यह हो रहा है कि नक्सली निर्दोष आदिवासी ग्रामीणों पर अपनी परेशानी निकालने के लिए उन्हें गद्दारी और पुलिस मुखबिरी के आरोप में मार रहे हैं। उनका यह कदम उनके जनविरोधी और आदिवासी विरोधी चेहरे को उजागर करता है। वहीं, कुछ माओवादी अपनी सुरक्षा के लिए सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ लेकर समाज की मुख्य धारा में लौटने की कोशिश कर रहे हैं।
पुलिस जांच और माओवादियों का सफाया –
पुलिस ने घटना स्थल पर मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। इस तरह की घटनाओं से यह स्पष्ट है कि माओवादी अपनी नक्सली गतिविधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का सामना कर रहे हैं, जिससे उनकी परेशानी और बढ़ रही है।