Chhattisgarh | सतर्कता की शुरुआत स्वयं से होती है – मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानन्द

Chhattisgarh | Vigilance starts from oneself – Chief Minister’s Secretary P. Dayanand
रायपुर, 19 अगस्त 2025। एसईसीएल मुख्यालय, बिलासपुर में केंद्रीय सतर्कता आयोग, नई दिल्ली के निर्देशानुसार तीन माह के निवारक सतर्कता अभियान का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानन्द ने दीप प्रज्वलन कर अभियान की शुरुआत की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता एसईसीएल सीएमडी श्री हरीश दुहन ने की। इस अवसर पर बिलासपुर संभागायुक्त श्री सुनील जैन, निदेशक (तकनीकी–संचालन) श्री एन. फ्रैंकलिन जयकुमार, निदेशक (मानव संसाधन) श्री बिरंची दास एवं मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री हिमांशु जैन विशेष रूप से उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि श्री पी. दयानन्द ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र में पारदर्शिता और ईमानदारी आवश्यक है। उन्होंने कहा – “सतर्कता की शुरुआत स्वयं से होती है। इस प्रकार के अभियान पारदर्शी कार्यसंस्कृति को बढ़ावा देते हैं। राज्य शासन और सार्वजनिक उपक्रम विकास के लिए एक-दूसरे के पूरक हैं।”
सीएमडी एसईसीएल श्री हरीश दुहन ने सत्यनिष्ठा की शपथ दिलाते हुए कहा – “टीम एसईसीएल का हर सदस्य नियम और नीति के दायरे में पूरी ईमानदारी से कार्य करे।” उन्होंने राज्य शासन से मिल रहे सहयोग के लिए आभार जताया और बताया कि इसी सहयोग के चलते मेगा प्रोजेक्ट्स में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज़ हुई है।
मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री हिमांशु जैन ने बताया कि इस वर्ष अभियान की थीम “सतर्कता : हमारी साझा ज़िम्मेदारी” है। इसके अंतर्गत पाँच बिंदुओं पर फोकस रहेगा –
लंबित शिकायतों का निपटान
लंबित मामलों का निपटान
अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए क्षमता निर्माण
संपत्तियों का प्रभावी प्रबंधन
डिजिटल पहलों को बढ़ावा
सतर्कता विभाग द्वारा कोयले की गुणवत्ता सुधार के लिए थर्ड पार्टी टेस्टिंग, पारदर्शिता हेतु CCTV निगरानी, रियल टाइम सुपरविजन, खरीद प्रक्रिया में FIFO क्लियरेंस और SAP ट्रैकिंग जैसी आधुनिक व्यवस्थाएं लागू की गई हैं। वहीं संपत्तियों के डिजिटल टैगिंग, जटायु डैशबोर्ड, डिजीकोल और इंटेग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर जैसे डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स से निगरानी को और प्रभावी बनाया गया है।
कार्यक्रम में महाप्रबंधक (सतर्कता) श्री नागेश्वर राव सहित सभी विभागाध्यक्ष, अधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।