Chhattisgarh | बस्तर के 29 गांवों में पहली बार शान से लहराया तिरंगा, नक्सल प्रभावित इलाकों में नई सुबह

Chhattisgarh | Tricolour hoisted with pride for the first time in 29 villages of Bastar, new dawn in Naxal-affected areas
रायपुर, 16 अगस्त 2025। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बस्तर के 29 गांवों में आज़ादी के बाद पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। बीजापुर, नारायणपुर और सुकमा जिलों के गांव दशकों तक नक्सलियों के लाल झंडे के डर में जी रहे थे। यह ऐतिहासिक कदम सुरक्षा बलों की मेहनत, सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति और ग्रामीणों के धैर्य का परिणाम है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह उपलब्धि सुशासन की सरकार के संकल्प का परिणाम है। “बस्तर अब भय और हिंसा से बाहर निकलकर प्रगति, समृद्धि और विश्वास की ओर बढ़ रहा है। हर गांव तक विकास की रोशनी पहुँचेगी और कोई भी नागरिक इससे अछूता नहीं रहेगा।”
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने इसे सुरक्षा बलों की मेहनत और स्थानीय समुदायों के धैर्य का नतीजा बताया। उन्होंने कहा कि तिरंगा अब दशकों से लाल झंडे के डर में जी रहे गांवों में नई सुबह का प्रतीक बन गया है।
पिछले वर्षों में सुरक्षा बलों की नई रणनीति और उग्रवादियों की आत्मसमर्पण नीतियों ने नक्सली कैडर को कमजोर किया है। वहीं सरकार ने केवल सुरक्षा उपायों पर नहीं, बल्कि विकास पर भी जोर दिया है। सड़क, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी सुविधाओं का तेजी से विस्तार किया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा और अन्य योजनाओं से ग्रामीणों को प्रत्यक्ष लाभ मिल रहा है।
कर्रेगुट्टा सहित बस्तर के इन 29 गांवों में फहराता तिरंगा हिंसा की अंधेरी रात को पीछे छोड़ते हुए शांति, विकास और आत्मविश्वास से भरे भविष्य की नई सुबह का प्रतीक बन गया है। यह कदम पूरे देश को यह संदेश देता है कि इच्छाशक्ति, रणनीति और जनभागीदारी से कोई चुनौती असंभव नहीं है।